कैफियत एक्सप्रेस हादसे के बाद 7 ट्रेनें रद्द, 40 के रूट बदले

कई ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है. उत्तर रेलवे के प्रवक्ता के मुताबिक ,कैफियत एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से शताब्दी समेत 12 ट्रेन कैंसिल कर दी गई हैं.

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औरेया में पटरी से उतरी कैफियत एक्सप्रेस औरेया में पटरी से उतरी कैफियत एक्सप्रेस

सिद्धार्थ तिवारी

  • औरेया, यूपी ,
  • 23 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 9:13 AM IST

उत्तर प्रदेश के औरैया में बुधवार रात कैफियत एक्सप्रेस डंपर से टकरा गई. जिसके बाद ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में करीब पचास लोग घायल हो गए. ये ट्रेन आजमगढ़ से दिल्ली आ रही थी.

ट्रेन एक्सीडेंट से कानपुर से दिल्ली रूट की सभी ट्रेनों का संचालन बंद हो गया है. वहीं कई ट्रेन रद्द कर दी गई हैं. कानपुर स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि एक्सीडेंट के कारण राजधानी समेत चालीस ट्रेनों को लखनऊ-मुरादाबाद रूट से दिल्ली भेजा जा रहा है. वहीं कुछ ट्रेनों को कन्नौज-फर्रुखाबाद के रास्ते दिल्ली भेजा जाएगा. कानपुर सेन्ट्रल से चलने वाली शताब्दी समेत सात डीएमयू ट्रेनों को रद्द किया गया है.

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चार राजधानी एक्सप्रेस के साथ-साथ गोमती एक्सप्रेस का भी रास्ता बदल दिया गया है. कानपुर में जो ट्रेन खड़ी हुई है उन्हें कासगंज के रास्ते आगे भेजा जा रहा है.

रेलवे मिनिस्ट्री के प्रवक्ता अनिल सक्सेना के मुताबिक आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 कैफियत एक्सप्रेस सुबह 2 बजकर 40 मिनट पर अछल्दा के पास एक डंपर के टकराने की वजह से पटरी से उतर गई. अनिल सक्सेना के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर यह डंपर गैरकानूनी तरीके से रास्ता पार कर रहा था. इसी समय कैफियत एक्सप्रेस गुजर रही थी, ट्रेन को आते देख ड्राइवर ने डंपर ट्रैक पर ही छोड़ दिया. प्रवक्ता के मुताबिक रेलवे ट्रैक को इस तरह से पार करना ना सिर्फ गैरकानूनी है बल्कि रेल यात्रियों के लिए जोखिम भरा है. उन्होंने बताया कि रेलवे ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.

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खास बात यह है कि कैफियत एक्सप्रेस में जर्मन तकनीक से बने हुए एलएचबी कोच लगे हुए हैं इस वजह से यह डिब्बे एक दूसरे के ऊपर नहीं चढ़े. इसके अलावा दूसरी सिक्योरिटी फीचर्स होने की वजह से लोगों को गंभीर चोटें कम आई हैं. एलएचबी कोच होने की वजह से इस दुर्घटना में घायलों की संख्या कम है तो वहीं किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. गौरतलब है कि खतौली में उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटना में हताहतों की तादाद इसलिए ज्यादा रही क्योंकि इस गाड़ी में पुरानी तकनीक के डिब्बे लगे हुए थे.

 

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