दिल्ली की एक अदालत ने मिस्र के एक डॉक्टर को 19 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अदालत अगली सुनवाई पर उसके प्रत्यर्पण के मुद्दे पर भी विचार करेगी. इस डॉक्टर के खिलाफ मिस्र ने रेड कार्नर नोटिस जारी किया था. जिसके चलते उसे मुंबई में गिरफ्तार किया गया.
मिस्र की एक अदालत ने प्रतिबंधित संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड के सदस्य 49 वर्षीय हुसाम अबद इल फताह तावफिक मोहम्मद और 528 अन्य लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. रेड कार्नर नोटिस और एक वैश्विक गिरफ्तारी वारंट के आधार पर उसे मुंबई पुलिस ने स्थानीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था.
पुलिस ने बुधवार को आरोपी विदेशी डॉक्टर को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सोनाली गुप्ता की अदालत में पेश किया. कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 19 अप्रैल की तारीख तय की गई है. तभी कोर्ट इस बात पर भी विचार करेगी कि उसे प्रत्यर्पित किया जाए या नहीं.
विदेश मंत्रालय की ओर से कोर्ट में पेश हुए अधिवक्ता एन.के. मट्टा ने अदालत को जानकारी देते हुए बताया कि मिस्र के अधिकारियों की तरफ से हुसाम के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह मिला है. आवेदन में कहा गया कि मिस्र ने विदेश मंत्रालय को हुसाम की गिरफ्तारी के लिए अंतर्राष्ट्रीय वारंट भेजा है.
इस बीच हुसाम ने अदालत में एक जमानत याचिका भी दायर की है. जिस पर 19 अप्रैल को ही सुनवाई होगी.
परवेज़ सागर / BHASHA