एक नई मोबाइल एप 'नानू' मोबाइल और लैंडलाइन नंबरों पर मुफ्त कॉल सर्विस दे रही है. इस सर्विस का दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों ने ट्राई और सरकार के सामने विरोध किया है.
नानू के प्रमुख मार्टिन नैगेट ने कहा कि अगर आप भारतीय टेलीग्राफ कानून को देखें तो उसके अनुसार आप इंटरनेट पर किसी भी तरह के डेटा का ट्रांसमिशन कर सकते हैं जो कि संचार के स्वरूप में हो. यह पूरी तरह वैध है क्योंकि इसका नियमन दूरसंचार लाइसेंस के तहत नहीं होता. अगर आप इस संदर्भ में देखें तो कानून का यह क्षेत्र अस्पष्ट है.
नानू अपनी सेवा का इस्तेमाल करने वाले लोगों को हर रोज कहीं भी एक सीमा में मुफ्त कॉल करने की सुविधा देता है. यह सेवा मोबाइल और लैंडलाइन दोनों नंबरों पर उपलब्ध है. इस सुविधा का फायदा वो लोग भी उठा सकते हैं जिन्होंने उसकी ऐप को इंस्टॉल भी नहीं किया है. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने नेट न्यूट्रिलिटी के मुद्दे पर सलाह लेने की प्रक्रिया शुरू की हुई है और इसमें मोबाइल एप्लीकेशन से कॉल करने की सुविधा पर भी बात की गई है.
मई में मोबाइल सेवा प्रदाताओं की संस्था सीओएआई ने दूरसंचार विभाग से कहा था कि वह एप के जरिए कॉल करना रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाएं क्योंकि यह नियमों के विरुद्ध है.
प्रियंका झा