आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी आमने सामने आ गए हैं. आंध्र प्रदेश सरकार ने चंद्रबाबू नायडू सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न योजनाओं में कथित भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की बात कही है. वहीं इससे खफा चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी को अपनी सरकार से जुड़े माफियाओं की जांच पड़ताल करानी चाहिए जो कई तरह के क्रप्शन में लिप्त हैं.
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली सरकार की चंद्रनामा बीमा, चंद्रना तोहफा, कनुका योजना और फाइबर ग्रिड परियोजनाओं की सीबीआई जांच की सिफारिश की निंदा की है.
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टीडीपी ने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी दल वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता सत्ता में आते ही रेत, जमीन, शराब, खदान, कोरोना वायरस किट, ब्लीचिंग पाउडर और सीमेंट घोटालों में लिप्त हैं. आंध्र प्रदेश की इस मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा है कि विपक्ष को व्यर्थ का निशाना बनाने के बजाय सरकार लोगों की बेहतर सेवा करेगी, अगर उसने वाईएसआर कांग्रेस के भ्रष्टाचार, घोटालों की सीबीआई जांच का आदेश दे.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने इस सिलसिले में बैठक की. इस बैठक में विधानसभा में विपक्ष के नेता यानमाला रामाकृष्णुडु, लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पय्यावुला केशव, टीडीपी के उपनेता अत्चनदिडु, निम्माला रामानायडू, गोरंटला बुचैया चौधरी और अन्य ने हिस्सा लिया.
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नायडू ने कहा कि सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी आत्मरक्षा की स्थिति में आ गई है क्योंकि वह टीडीपी की ओर से जारी आरोप पत्र का जवाब देने में असमर्थ है. टीडीपी ने कहा कि रमजान तोहफा, क्रिस्मस गिफ्ट और संक्रांति कनुका में कटौती को लेकर जनता में रोष है.
टीडीपी ने नेताओं ने कहा, इन मामलों को ढंकने के लिए वाईएसआर कांग्रेस सीबीआई जांच का मामला सामने लेकर आई है. हेरिटेज के खिलाफ गलत सूचना फैलाने की मुहिम चलाना गलत है. हेरिटेज को सिर्फ 40 लाख रुपये का ऑर्डर दिया गया था. लेकिन वाईएसआर कांग्रेस उसे 40 करोड़ बता रही है. राजनीतिक फायदा लेने के लिए हेरिटेज कंपनी की छवि धूमिल की जा रही है.
हेरिटेज उन कई कंपनियों में से एक थी जिसे उस समय राष्ट्रीय स्तर पर एपी सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन द्वारा आयोजित ऑनलाइन बोली के माध्यम से सरकार के ऑर्डर मिले थे. टीडीपी ने यह भी स्पष्ट किया कि फाइबरग्रेड परियोजना जिसके खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है एक प्रतिष्ठित कंपनी थी और पूरे देश के लिए एक मॉडल बन गई थी.
क्या है मामला
बता दें कि आंध्र प्रदेश सरकार ने चंद्रबाबू नायडू सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न योजनाओं में कथित भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी है. आरोप है कि चंद्रबाबू सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के कारण सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ. मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी की अध्यक्षता में गुरुवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल की उपसमिति की सिफारिश को मंजूरी दे दी गई.
वित्त मंत्री बुग्गाना राजेंद्रनाथ की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की उपसमिति ने चंद्रन्ना तोहफा, चंद्रन्ना क्रिसमस गिफ्ट, चंद्रन्ना संक्रांति कनुका और एपी फाइबरनेट प्रोजेक्ट जैसी योजनाओं की प्रारंभिक जांच की और अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.
आशीष पांडेय