एक तरफ तमिलनाडु में बस कर्मचारी सैलरी बढ़ोतरी की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. दूसरी तरफ विधानसभा में मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी ने विधायकों की सैलरी बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव के बाद विधायकों की सैलरी में करीब 91 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाएगी. अभी विधायकों की सैलरी 55 हज़ार रुपये है, जो कि अब 1.05 लाख रुपये होगी. पूर्व विधायकों की पेंशन को 20 हज़ार रुपये तक बढ़ाया गया है.
पलानीस्वामी ने बुधवार को इस बिल को पेश किया. इसके अलावा विधायकों की निर्वाचन क्षेत्र विकास फंड का दायरा भी दो करोड़ से बढ़ाकर ढाई करोड़ करने का प्रस्ताव है. डीएमके नेता एमके स्टालिन ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है, उनका कहना है कि एक तरफ कर्मचारी हड़ताल पर हैं अगर ऐसा होता तो यह मजाक का विषय बनेगा.
आपको बता दें कि तमिलनाडु में कुल 234 विधायक हैं. इनमें AIADMK के 117 विधायक हैं. गौरतलब है कि देश में तेलंगाना के विधायकों की सैलरी सबसे ज्यादा है, वहां पर 2.50 लाख सैलरी है. जबकि सबसे कम त्रिपुरा के विधायकों को मात्र 34 हज़ार रुपये मिलते है.
पिछले आठ दिनों से राज्य के कर्मचारी वेतन में 2.57 गुना बढ़ोत्तरी की मांग कर रहे हैं. इसके लिए वे अनिश्चितकालीन समय के लिए हड़ताल कर रहे हैं. इसे लेकर वह सरकार के स्वामित्व वाले परिवहन निगमों के संभागीय कार्यालयों के बाहर महिलाओं और बच्चों के साथ धरने पर बैठ गए हैं.
बता दें कि बीते साल दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल सरकार ने सत्ता में आते ही विधायकों की सैलरी चार गुना करने का प्रस्ताव किया था, जिसमें विधायकों की सैलरी ढाई लाख के आसपास हो जाती. मगर, केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी नहीं दी थी. अभी विधायकों को करीब पचास हज़ार रुपए महीना मिलता है और इसी को बढा़ने की मांग के लिए राखी बिड़लान ने सदन में मुद्दा उठाया.
मोहित ग्रोवर