ऊषा सिन्हा की कुंडली में 'जेल', लाख उपाय के बाद भी नहीं टला संयोग

भविष्यवाणी या फिर जन्म कुंडली में भले ही कुछ लोगों को यकीन न हो. लेकिन कभी-कभी ये सोलह आना सच साबित हो जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ इंटर टॉपर्स घोटाले के राजा और रानी के साथ.

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ऊषा सिन्हा ऊषा सिन्हा

अमित कुमार दुबे / सुजीत झा

  • पटना,
  • 23 जून 2016,
  • अपडेटेड 11:14 PM IST

भविष्यवाणी या फिर जन्म कुंडली में भले ही कुछ लोगों को यकीन न हो. लेकिन कभी-कभी ये सोलह आना सच साबित हो जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ इंटर टॉपर्स घोटाले के राजा और रानी के साथ. बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद को भी इसमें विश्वास है. लेकिन काफी प्रयास के बाद भी जन्म कुंडली में जो बुरे दिन देखने को लिखे थे लालकेश्वर प्रसाद या फिर उनकी पत्नी ने उसे ठीक नहीं कर पाई. ऊषा सिन्हा के कुंडली में एक बार जेल जाना लिखा था और वो सच साबित हो गया.

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ऊषा सिन्हा की जन्म कुंडली में जेल जाने का योग
बुधवार को इंटर टॉपर्स घोटाले के किंगपिन लालकेश्वर प्रसाद सिंह के नालंदा और पटना आवास की गई छापामारी में एसआईटी को कई अहम दस्तावेज मिले. उसी दस्तावेजों में से एक था ऊषा सिन्हा की जन्म कुंडली. ऊषा सिन्हा के इस कुंडली में जन्म से लेकर मृत्यु तक होने वाले घटनाक्रम का जिक्र है. ऊषा सिन्हा के जन्म कुंडली में भविष्यवाणी की गई थी कि उनके जीवन में एक बार बहुत ही विपरीत परिस्थिति उत्पन्न होगी जो उन्हें जेल की सलाखों के पीछे तक भेज सकती है. ऊषा सिन्हा का जन्म कुंडली हनुमत ज्योतिष केन्द्र, भागलपुर में बनाया गया है और इस जन्म कुंडली को एस आर उच्च विद्यालय के शिक्षक नरेश प्रसाद शर्मा ने बनाया है.

दोनों से घोटाले को लेकर पूछताछ
इस बीच एसआईटी ने वाराणसी में लालकेश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी ऊषा सिन्हा को पनाह देने वाले प्रभात जायसवाल को रिमांड पर ले लिया गया है. वहीं एसआईटी ने लालकेश्वर और ऊषा सिन्हा से अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ की. जहां लालकेश्वर से बीएमपी में पूछताछ की गई, वहीं ऊषा सिन्हा से गांधी मैदान के महिला थाना में पूछताछ हुई. इन दोनों से लगभग 4 घंटों तक एसआईटी ने पूछताछ की.

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लालकेश्वर प्रसाद ने किए कई खुलासे
लालकेश्वर प्रसाद से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि 15 से 20 लाख रुपये में छात्र को इंटर की परीक्षा में स्टेट टॉपर बना दिया जाता था. जानकारी ये भी मिली है कि इंटर टॉपर घोटाले के सरगना बच्चा राय ने लालकेश्वर प्रसाद की पत्नी उषा सिन्हा से इंटर की परीक्षा में टॉपर बनाने का सौदा तय किया था. विशुन राय कॉलेज में अच्छे नंबर दिलाने के नाम पर दूसरे कॉलेजों की अपेक्षा 20 गुणा अधिक रकम की वसूली छात्रों से की जाती थी.

कानून से खिलवाड़ का खुलासा
एसआईटी के समक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने पूछताछ में इस बात को स्वीकार किया कि उनके समय में करीब 250 कॉलेजों को मान्यता दी गई थी. एसआईटी को इस बात भी जानकारी मिली है कि मान्यता देने के नाम पर कॉलेजों से तीन से चार लाख रुपये लिए जाते थे. कॉलेजों को मान्यता बोर्ड की तीन सदस्यीय समिति देती थी, जिसमें बोर्ड के सचिव भी सदस्य होते थे. जिला शिक्षा पदाधिकारी से अनुशंसा प्राप्त होने के बाद बोर्ड की तीन सदस्यीय समिति इस पर मुहर लगाती थी. जानकारी मिली है कि कॉलेजों को मान्यता देने के नाम पर नियम-कानून को ताक पर रखकर सिर्फ पैसे के दम पर मान्यता दे दी जाती थी. बोर्ड के पूर्व सचिवों से भी एसआईटी पूछताछ कर सकती है जिनके समय में कॉलेजों को मान्यता दी गई.

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लालकेश्वर के रिश्तदारों के घर दबिश
एसआईटी ने बुधवार को लालकेश्वर प्रसाद के समधी और मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अरुण कुमार के पटना के नेहरू नगर स्थित आवास पर छापामारी की. एसआईटी को अरुण कुमार के बेटे विवेक रंजन की तलाश थी, जो लालकेश्वर प्रसाद के दामाद भी हैं. एसआईटी विवेक रंजन के घर लगभग तीन से चार घंटों तक सभी कमरों की तलाशी ली गई. लेकिन विवेक रंजन नहीं मिले. विवेक के घर से पुलिस ने कई दस्तावेज बरामद किए. विवेक रंजन दानापुर रेल मंडल में इंजीनियर हैं और लालकेश्वर प्रसाद ने बोर्ड के गोपनीय दस्तावेजों की प्रिंटिंग का काम विवेक को दे रखा था.

बेटे को लाभ पहुंचाने के लिए बदल डाले नियम
लालकेश्वर प्रसाद के कारनामे की फेहरिस्त जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है लम्बी होती जा रही है. लालकेश्वर के एक और कारनामा की जानकारी मिली है. लालकेश्वर प्रसाद ने अपने एक बेटे राहुल राज को मदद पहुंचाने के लिए बिना किसी आदेश के बोर्ड के 54 करोड़ रुपये यूनाइटेड बैंक में जमा करा दिए. जबकि बोर्ड का खाता इलाहाबाद बैंक में है. यूनाइटेड बैंक में लालकेश्वर प्रसाद का बेटा राहुल राज अधिकारी है और उसके प्रमोशन के लिए लालकेश्वर प्रसाद ने ऐसा किया था.

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