जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने अपने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम बदलकर अब नवाब मंसूर अली खान पटौदी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स कर दिया है. शनिवार को जामिया में आयोजित एक कार्यक्रम में शर्मिला टैगोर ने इस कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया. साथ ही उन्होंने वीरेंदर सहवाग पवेलियन का भी उद्धाटन किया. क्रिकेट की दुनिया में कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके वीरेंद्र सहवाग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
इस दौरान सहवाग ने 'आज तक' से बातचीत की और यूनिवर्सिटी के उन दिनों को भी याद किया, जब वे थर्ड डिवीजन पास हुए थे. सहवाग अभी आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटोर हैं और उन्होंने प्रदर्शन को लेकर निराशा भी जताई.
क्लास छोड़ करते थे प्रैक्टिस
सहवाग ने कहा कि ये एक बड़े सम्मान की बात है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक क्रिकेट पवेलियन का नाम वीरेंद्र सहवाग पवेलियन होगा, वो भी उस यूनिवर्सिटी का, जहां से मैं पढ़ा. मेरे लिए इससे बड़ा दिन नहीं हो सकता. फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भी एक एंड का नाम मेरे नाम पर रखा गया था, लेकिन वो सिर्फ एक दिन के लिए था. ये हमेशा के लिए होगा. यहां मैं क्लास छोड़कर घंटों प्रैक्टिस किया करता था. लेकिन उसके बावजूद वीसी ने मुझे एग्जाम में बैठने का मौका दिया.
पहले कैरियर फिर ग्रेजुएशन
वीरु बोले, 'मुझे लगता है कि मैं जामिया मिलिया के इतिहास में इकलौता छात्र रहा हूं, जो कि थर्ड डिवीजन पास हुआ. लेकिन फिर भी पूरे विश्वविद्यालय के सामने डिग्री दी गई थी. ऐसा बहुत कम होता है.' सहवाग ने भारत के लिए अपना कैरियर शुरू करने के बाद स्नातक की डिग्री ली.
पटौदी की सलाह से लगा दूसरा तिहरा शतक
मंसूर अली खान पटौदी से अपनी मुलाकात पर सहवाग ने कहा कि मुझे याद है मैं उनसे जब 2006 में मिला था, तो मैंने उनसे अपने लिए कुछ एडवाइस मांगी थी. उन्होंने कहा था कि तुम अच्छे खिलाड़ी हो लेकिन अगर तुम अपना लेफ्ट फुट थोड़ा खोलकर खेलोगे तो और अच्छा खेल पाओगे. मैंने उनकी राय मानी और एक और तिहरा शतक लगाया.
किंग्स इलेवन पंजाब के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि जीत हार खेल का हिस्सा है. हार पर आलोचना होती है. हमें सामना करना होगा. मैं इसके लिए तैयार हूं.
लव रघुवंशी / अतीत शर्मा