आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी ठहराई गईं ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव वी. के. शशिकला ने बुधवार को राजनीति में लौटने का संकल्प लिया. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बंगलुरु की निचली अदालत के समक्ष समर्पण करने के लिए कर्नाटक रवाना होने से पहले मरीना बीच स्थित दिवंगत जे.जयललिता के स्मारक पर जाने के दौरान भले ही उनके समर्थकों ने विजयी होने का संकेत दर्शाया, लेकिन शशिकला के चेहरे पर चिंता और उदासी की लकीरें साफ नजर आईं.
स्मारक को दाहिने हाथ से तीन बार छूते हुए शशिकला ने संकल्प लिया कि एआईएडीएमके के 'दगाबाजों' को हराने के बाद फिर से राजनीति में लौटेंगी. उनका इशारा साफ तौर पर कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम की ओर था, जिन्होंने पार्टी के 135 में से लगभग 40 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है और आरोप लगाया है कि अधिकांश विधायकों को जबरदस्ती एक रिसॉर्ट में रहने को मजबूर किया जा रहा है.
शशिकला के समर्थकों ने दावा किया है कि एआईएडीएमके के अधिकांश विधायक शशिकला के समर्थन में हैं और सभी अपनी इच्छा से रिसॉर्ट में रह रहे हैं. बाद में शशिकला यहां रामावरम स्थित एआईएडीएमके के संस्थापक एम.जी.रामचंद्रन के घर पहुंचीं और उनकी तस्वीर के सामने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा कुछ देर तक साधना की. दोनों ही जगहों पर शशिकला के सैकड़ों समर्थक जमा थे, जिनमें से अधिकांश दुखी नजर आ रहे थे.
तुरंत सरेंडर करें शशिकला: SC
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को तुरंत सरेंडर करने को कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला की तरफ से दी गई उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें सरेंडर करने के लिए समय मांगा गया था. कोर्ट की तरफ से कहा गया है कि शशिकला को सरेंडर करने के लिए और वक्त नहीं, फैसले में बदलाव की गुंजाइश नहीं है.
भतीजे को बनाया उप महासचिव
जेल जाने से पहले शशिकला ने नया दांव खेल दिया. शशिकला ने अपने भतीजे दिनाकरन को एआईएडीएमके का उप महासचिव बनाया है. वो उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी की कमान संभालेंगे.
आपको बता दें कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद तमिलनाडु में काफी दिनों से चल रहा सियासी ड्रामा और तेज हो गया. एआईएडीएमके नेता शशिकला के समर्थक विधायकों के साथ जिस गोल्डन बे रिजॉर्ट में रुकी थी वहां की बिजली काट दी गई. दरअसल, इसका कारण ये बताया गया कि विधायक रिजॉर्ट छोड़कर जाने को तैयार ही नहीं थे जिसके चलते बिजली काटनी पड़ी.
संदीप कुमार सिंह