लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सियासी बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को बांटने का काम कर रही है. सरदार पटेल किसी पार्टी के नहीं थे, वो देश के नेता थे.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस ने हर योजना से लेकर भवन तक का नाम सिर्फ एक परिवार के नाम पर रखा. कांग्रेस ने जितना अपमान सरदार पटेल का किया, उतना ही मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल को दिया. सरदार पटेल महात्मा गांधी वाली कांग्रेस के नेता थे, जिसके लिए आजादी के बाद कांग्रेस को खत्म कर देना चाहिए. सरदार पटेल, इंदिरा-राजीव गांधी वाली हाथ छाप कांग्रेस के सदस्य नहीं थे.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सरदार पटेल का सपना था जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरा भारत एक हो. जम्मू कश्मीर को नेहरु ने अपने हाथ में लिया था, जिस गलती को जम्मू कश्मीर की जनता ने दशकों तक झेला है. आज पीएम मोदी ने सरदार पटेल का सपना पूरा कर दिया.
दरअसल लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत को लेकर प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर तंज कसा था. कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरदार पटेल को कांग्रेस का निष्ठावान नेता बताया. इसके साथ ही प्रियंका ने बीजेपी पर सरदार पटेल को अपनाने की कोशिश का आरोप लगाया.
प्रियंका ने कहा, 'सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे. वह जवाहरलाल नेहरू के करीबी साथी थे और आरएसएस के सख्त खिलाफ थे. आज बीजेपी द्वारा उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत खुशी होती है, क्योंकि बीजेपी के इस एक्शन से दो चीजें स्पष्ट होती हैं, पहला- उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है. तकरीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे. दूसरा- सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है.'
हिमांशु मिश्रा