समझौता एक्सप्रेस दो दिन रद्द रहेगी

पंजाब में किसानों का आंदोलन जारी रहने के बीच समझौता एक्सप्रेस को दो दिन यानी 11 और 12 अक्टूबर के लिए रद्द कर दिया गया है. उत्तर रेलवे ने एक बयान में कहा कि 11 अक्टूबर को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली 14001 दिल्ली-अटारी एक्सप्रेस और 12 अक्टूबर को अटारी से रवाना होने वाली 14002 अटारी-दिल्ली एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

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समझौता एक्सप्रेस समझौता एक्सप्रेस

सना जैदी

  • नई दिल्ली,
  • 11 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 8:05 AM IST

पंजाब में किसानों का आंदोलन जारी रहने के बीच समझौता एक्सप्रेस को दो दिन यानी 11 और 12 अक्टूबर के लिए रद्द कर दिया गया है. उत्तर रेलवे ने एक बयान में कहा कि 11 अक्टूबर को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली 14001 दिल्ली-अटारी एक्सप्रेस और 12 अक्टूबर को अटारी से रवाना होने वाली 14002 अटारी-दिल्ली एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

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इस ट्रेन के यात्री अटारी में सवार होते हैं या उतरते हैं. इस वजह से लाहौर-दिल्ली समझौता एक्सप्रेस भी 12 अक्टूबर को रद्द रहेगी. पंजाब के किसान कीटों की वजह से कपास की फसल के प्रभावित होने के कारण राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन के कारण दिल्ली-अमृतसर रेल मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है. इस आंदोलन के कारण समझौता एक्सप्रेस के अलावा नई दिल्ली अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें भी प्रभावित हुई हैं.

पंजाब किसान आंदोलन से रेलवे को 100 करोड़ रुपए तक का नुकसान
पंजाब में चल रहे किसानों के रेल रोको आंदोलन से रेलवे को 100 करोड़ रुपए तक का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. इससे 550 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. डिविजनल रेलवे मैनेजर (फिरोजपुर डिविजन) अनुज प्रकाश ने शनिवार को कहा कि हमारा अनुमान है कि पंजाब में किसानों के आंदोलन से रेलवे को अब तक 100 करोड़ रुपए तक का नुकसान हुआ होगा. उन्होंने कहा कि किसानों ने अपना आंदोलन अगले दो दिनों के लिए बढ़ा दिया है. जिससे रेलवे का नुकसान 100 करोड़ रुपए को पार कर सकता है.

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प्रकाश ने कहा कि वास्तविक आर्थिक नुकसान का पता लगाने के लिए यात्रियों को टिकट के पैसे लौटाने, ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन, ट्रेनों का रद्द होना, मालगाड़ियों का रुकना, माल ढुलाई में नुकसान आदि कई चीजों पर गौर करना होता है.

किसानों के आंदोलन का असर यात्रियों के अलावा व्यापार और उद्योग पर भी दिखाई दे रहा है. होजियरी और लोहा एवं इस्पात निर्माता परेशान हैं क्योंकि उनके उत्पाद रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं. किसानों के चार दिनों के आंदोलन में 574 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं.

-इनपुट भाषा

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