फजीहत के बाद ललित मोदी पर नकेल कसने की तैयारी, ED जारी कर सकता है रेड कॉर्नर नोटिस

ललित मोदी प्रकरण से सरकार की फजीहत के बाद उन पर नकेल कसे जाने के संकेत मिल रहे हैं. खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूर्व आईपीएल चीफ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर सकता है.

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Lalit Modi Lalit Modi

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2015,
  • अपडेटेड 12:32 AM IST

ललित मोदी प्रकरण से सरकार की फजीहत के बाद उन पर नकेल कसे जाने के संकेत मिल रहे हैं. खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूर्व आईपीएल चीफ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर सकता है.

ईडी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी ललित मोदी के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया जल्द आगे बढ़ेगी, जिसके तहत उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जाएगा. इसका मतलब होगा कि ब्रिटेन प्रशासन ललित मोदी की गिरफ्तारी के बारे में फैसला कर सकेगा और इसके बाद उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू होगी.

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ईडी के पास हैं पक्के सबूत: सूत्र
ईडी के सूत्रों का कहना है कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के एक मामले में ललित मोदी के खिलाफ एजेंसी के पास पक्के सबूत हैं और इनके सहारे ब्रिटिश अदालत में भी ललित मोदी को घेरा जा सकता है.

ईडी सूत्रों ने बताया कि अब तक ललित मोदी के खिलाफ सिर्फ ब्लू कॉर्नर नोटिस ही जारी किया गया था, क्योंकि अब तक उनके खिलाफ कोई मजबूत सबूत नहीं था, जिसे ब्रिटिश कोर्ट में पेश करने की जरूरत होगी. लेकिन अब मामले की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है और अब ईडी इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है. ईडी को अब रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए हरी झंडी का इंतजार है.

नियमों से किया गया काम: ब्रिटेन
उधर ब्रिटेन का कहना है कि लंदन में रह रहे ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज जारी करने में उपयुक्त तरीके से और नियमों के मुताबिक काम किया गया. ब्रिटेन के गृह विभाग के प्रवक्ता ने बताया, 'हम व्यक्ति विशेष के मामलों के ब्योरों पर नियमित रूप से टिप्पणी नहीं करते. यह मामला उपयुक्त नियमों के मुताबिक निपटाया गया.'

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विभाग ने पुष्टि की कि ब्रिटेन के परमानेंट सेक्रेटरी इस बात से संतुष्ट हैं कि ब्रिटिश वीजा और आव्रजन मामलों की महानिदेशक सारा रैप्सन ने इस मामले का निपटारा करने में उपयुक्त और पेशेवराना तरीके से काम किया. ललित को पिछले साल जून में पुर्तगाल जाने के लिए दस्तावेजों की जरूरत थी. सारा रैप्सन ने ही इस काम को आगे बढ़ाने के सिलसिले में भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज से चिट्ठी प्राप्त की थी.

सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग
आईपीएल के संस्थापक उस विवाद के केंद्र में हैं जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज घिर गई हैं. सुषमा पर आरोप लगा है कि उन्होंने कथित तौर पर ललित की पत्नी के कैंसर के इलाज के लिए ब्रिटेन के अधिकारियों पर उन्हें पुर्तगाल जाने के दस्तावेज मुहैया कराने के लिए कूटनीतिक दबाव डाला.

आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट के कथित मैच फिक्सिंग और अवैध सट्टेबाजी में घिरने के आरोपों के बीच ललित 2010 में लंदन पहुंचे थे. बाद में उनका भारतीय पासपोर्ट रद्द कर दिया गया, जिसके चलते वह ब्रिटेन में ही रुक गए. संडे टाइम्स की सिलसिलेवार खबरों में वाज की ओर से अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया गया है. उन्होंने ब्रिटिश गृह विभाग के अपने ईमेलों में एक जगह सुषमा का भी जिक्र किया है.

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गौरतलब है कि ब्रिटेन के पार्लियामेंट्री कमिश्नर फॉर स्टैंडर्ड्स ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की थी कि सारा इस मुद्दे पर वाज की जांच नहीं कराएगी. पार्लियामेंट्री कमिश्नर फॉर स्टैंडर्ड्स ने कहा था कि आयुक्त को पिछले हफ्ते कीथ वाज के खिलाफ एक शिकायत मिली थी लेकिन इसकी जांच करने का फैसला नहीं किया गया. हालांकि, भारत में विवाद गहराता जा रहा है क्योंकि विपक्ष ने सुषमा के इस्तीफे की मांग की है.

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