एक्टर राजकुमार राव ने हाल ही में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 में शिरकत की. उन्होंने मॉडरेटर सुशांत मेहता के साथ अपनी जिंदगी से जुड़े कई मुद्दों पर बात की साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि कैसे बॉलीवुड जैसी जगह पर उन्होंने असफलताओं का सामना किया था. राजकुमार राव ने कहा, 'करियर के शुरुआती दौर में मैंने काफी रिजेक्शन झेले हैं. मैंने तय किया कि मैं संघर्ष करूंगा. मैंने हार नहीं मानी और कोशिशें करता रहा.
उन्होंने कहा, अब वक्त बदल रहा है और टैलेंट को भी मौका मिल रहा है. मुंबई में जगह बनाने के लिए फिटनेस भी काफी मायने रखती है. हालांकि इन सबके अलावा आपको हर दिन मेहनत करनी होगी, प्रैक्टिस करनी होगी और सीखते रहना होगा. काफी डेडिकेशन भी चाहिए और कठिन परिश्रम करना होगा.'
राजकुमार ने इसके अलावा अपने बचपन के किस्सों को शेयर करते हुए कहा, 'मैं पूरा फिल्मी बच्चा था. मैं हमेशा बाहर घूमता रहता और कुछ ना कुछ करता रहता. मैं फिल्मी हीरो था लेकिन मैं गुंडा नहीं था. तो मेरे दोस्तों की लड़ाई होती थी तो वे मुझे बुला लेते थे. मैं बस लड़ने के बहाने ढूंढता था और हीरो की तरह एंट्री लेने की कोशिश करता था. मैं जॉइन्ट फैमिली में रहता था और सबको फिल्मों से बड़ा लगाव था और मैं भी फिल्में देखकर बड़ा इमोशनल हो जाता था.
FTII में राजकुमार को मिला था विश्व सिनेमा को लेकर एक्सपोजर
इससे पहले राजकुमार ने बताया था कि ग्रैजुएशन के बाद जब उनका एडमिशन FTII में हो गया था तो उन्हें सिनेमा को लेकर काफी एक्सपोजर हासिल हुआ था. राजकुमार ने कहा था कि उन्हें मार्टिन स्कोर्सेसी, एंद्रे तारकोव्स्की, डेनियल डे लुईस, रॉबर्ट डि नीरो जैसे सितारों के सिनेमा से रुबरु होने का मौका मिला था और एक्टिंग की क्राफ्ट के तौर पर समझ बन पाई थी. इससे पहले तक राजकुमार बॉलीवुड सिनेमा ही देखते थे.
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