बॉलीवुड में अपनी मीनिंगफुल और एंटरटेनिंग फिल्मों से अलग छाप छोड़ चुके राजकुमार राव ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 में शिरकत की. उन्होंने इस दौरान मॉडरेटर सुशांत मेहता से खास बात की. राजकुमार राव ने इस दौरान अपनी एक्टिंग की यात्रा और अपनी जिंदगी के कई अनुभवों को साझा किया.
एक्टिंग पर सलाह के जवाब में राजकुमार ने कहा कि मैं हमेशा यही कहता हूं कि लोगों को अपने क्राफ्ट पर काम करना चाहिए. लोग अब स्क्रीन पर रियल एक्टर्स को दिलचस्प किरदार निभाते हुए देखना चाहते हैं. वे अब सितारों के मसल्स और लुक्स को लेकर प्रभावित नहीं होते है. ये दौर एक्टर्स का है. मुझसे कई बार लोग पूछते हैं तो मैं उन्हें हमेशा यही बोलता हूं कि आपको अपने क्राफ्ट और अपनी एक्टिंग की ट्रेनिंग पर काम करना चाहिए. पिछले कुछ समय में इतने बेहतरीन एक्टर्स उभरे हैं और इनमें से ज्यादातर एक्टर्स सामान्य लुक्स वाले भी हैं क्योंकि उन्होंने अपनी एक्टिंग पर काम किया है और आज डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर एक्टर्स के लिए अच्छे मौके हैं.
FTII के बाद मुंबई में किया संघर्ष
इससे पहले राजकुमार ने बताया था कि ग्रैजुएशन के बाद जब उनका एडमिशन FTII में हो गया था तो उन्हें सिनेमा को लेकर काफी एक्सपोजर हासिल हुआ था. राजकुमार ने कहा था कि उन्हें मार्टिन स्कोर्सेसी, एंद्रे तारकोव्स्की, एल पचिनो, डेनियल डे लुईस, रॉबर्ट डि नीरो जैसे सितारों के सिनेमा से रुबरु होने का मौका मिला था और एक्टिंग की क्राफ्ट के तौर पर समझ बन पाई थी. इससे पहले तक राजकुमार बॉलीवुड सिनेमा ही देखते थे. इसके बाद पासआउट होने के बाद उन्होंने साल 2008 में मुंबई में एंट्री की थी और फैसला किया था कि एक्टर बनने के अपने सपने को पूरा करेंगे.
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