रेलवे प्रोजेक्ट पर ड्रोन से रखी जाएगी नजर, दिल्ली से अधिकारी करेंगे निगरानी

रेलवे अभी सुल्तानपुर लंभुआ की नई रेलवे लाइन और रेडवुड और नवी मुंबई के उरान के बीच डाली जा रही नई रेलवे लाइन के काम पर ड्रोन कैमरों से नजर रखे हुए है.

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सफलता के बाद सभी प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए ड्रोन का होगा इस्तेमाल सफलता के बाद सभी प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए ड्रोन का होगा इस्तेमाल

प्रियंका झा / सिद्धार्थ तिवारी

  • नई दिल्ली,
  • 13 मई 2016,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

देश भर में रेलवे के प्रोजेक्टों की प्रोग्रेस पर दिल्ली से नजर रखने के इरादे से भारतीय रेलवे ने ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. ड्रोन कैमरे के जरिए सुल्तानपुर लंभुआ के बीच बिछाई जा रही नई रेलवे लाइन पर नजर रखी जा रही है. ड्रोन पर लगे हाई रिजॉल्यूशन वीडियो कैमरों से तस्वीरें ली जा रही है.

खास बात ये है कि ये वीडियो फुटेज फोन के कैमरों से शूट की जा रही है. रेलवे देश भर में अपने सभी प्रोजेक्टों की प्रोग्रेस जानने के लिए अब ड्रोन कैमरों का बड़े स्तर पर प्रयोग शुरू करने जा रही है. रेलवे बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग वी के गुप्ता के मुताबिक ड्रोन कैमरों की वजह से नए प्रोजेक्ट पर नजर रख पाना आसान हो गया है. इससे दिल्ली में बैठे रेलवे अधिकारी हर दिन की प्रोग्रेस को जान पा रहे हैं.

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सुल्तानपुर लंभुआ की नई रेलवे लाइन पर रखी जा रही नजर
रेलवे अभी सुल्तानपुर लंभुआ की नई रेलवे लाइन और रेडवुड और नवी मुंबई के उरान के बीच डाली जा रही नई रेलवे लाइन के काम पर ड्रोन कैमरों से नजर रखे हुए है. ड्रोन कैमरे से बनाए गए वीडियो फुटेज को देखकर रेल भवन में बैठे अधिकारी काम की वास्तविक स्थिति का सही सही अंदाजा लगा पा रहे हैं. ड्रोन कैमरों से मिले रिजल्ट से उत्साहित अधिकारी अब देश भर के दूसरे प्रोजेक्टों और रेलवे ब्रिजों पर नजर रखने के लिए और ज्यादा ड्रोन कैमरे लगाने पर विचार कर रहे हैं.

80 हजार करोड़ का सामान खरीदा जाएगा
जहां एक तरफ रेलवे देश भर में रेलवे के नए प्रोजेक्टों को जल्द से जल्द डिलीवर कर देने की कोशिश कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ नई रेलवे लाइन बिछाने पर मंत्रालय पूरा फोकस केंद्रित कर रखा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अगले तीन सालों में रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग 80,000 करोड़ रुपये के सामान की खरीद की योजना बना चुका है.

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नई लाइन बिछाने की बात करें तो रेलवे ने 2015-16 में 2828 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन डाली है. मौजूदा साल में 2900 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन बिछाने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसे में देश भर में चल रहे रेलवे प्रोजेक्टों पर नजर रखना मंत्रालय के लिए टेढ़ी खीर है. इसके चलते रेलवे ने ऑनलाइन मॉनीटरिंगऔर ड्रोन के जरिए निगहबानी को खासी तवज्जो दी है.

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