कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के चित्रकूट दौरे पर हैं. राहुल के स्वागत में लगाए गए पोस्टर में उन्हें रामभक्त बताया गया है. इससे पहले भोपाल पहुंचने पर उन्हें शिवभक्त के रूप में पेश किया गया था.
राहुल गांधी चित्रकूट में कामतानाथ मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने के साथ-साथ साधु-संतों से मुलाकात भी करेंगे. इसके अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव के जीत का मंत्र देंगे.
बता दें कि पितृपक्ष के दौरान चित्रकूट में पूजा करने का खास महत्व है. कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने पिता दशरथ के लिए चित्रकूट में ही श्राद्ध किया था. इस बार पितृपक्ष 25 सितंबर से शुरू हुआ है. मान्यता है कि पितृपक्ष में कामदगिरि दर्शन व परिक्रमा से पूर्वजों की शक्तियां व्यक्ति में निहित हो जाती हैं.
भगवान राम ने 14 साल के वनवास के दौरान पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अधिकतर वक्त चित्रकूट में ही गुजारा थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2016 में भी ही कामतानाथ के दर्शन कर चुके हैं.
यही वजह है कि राहुल के चित्रकूट पहुंचने पर उन्हें रामभक्त के तौर पर पेश जा रहा है. राहुल के स्वागत में लगए गए पोस्टर इस बात की गवाही भी दे रहे हैं. जबकि इससे पहले भोपाल दौरे पर उन्हें शिवभक्त के तौर पर बताया गया था.
दरअसल राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान खुद को शिवभक्त बताया था. पिछले दिनों राहुल ने कैलाश मानसरोवर पर गए थे. इसके बाद से उन्हें लगातार शिवभक्त बताया जा रहा है. हालाही में राहुल जब अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे थे तो कवाडि़यों ने उनका बम भोले के नारों के साथ स्वागत किया था. अमेठी क्षेत्र के शिवमंदिर के पुजारियों ने राहुल का तिलक लगाकर स्वागत किया था.
गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान से ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार बीजेपी के कट्टर हिंदुत्व से मुकाबला करने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रहे हैं. गुजरात में राहुल ने करीब 28 मंदिरों में जाकर माथा टेका था.
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी लगातार सॉफ्ट हिंदुत्व की राह अपना रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हर गांव में गौशाला बनाने का वादा किया है. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी राम गमन वन पथ यात्रा भी शुरू किया है. भगवान श्रीराम वनवास के दौरान जिस रास्ते से गुजरे थे, उसे राम गमन वन पथ कहा जाता है.
कुबूल अहमद