पाकिस्तान की जेल में पिछले 36 साल से बंद जयपुर के गजानंद शर्मा आज अपने वतन भारत लौटे. स्वतंत्रता दिवस से ठीक दो दिन पहले गजानंद के घर में खुशी वापस लौटी है. सोमवार दोपहर गजानंद भारत आए, लेकिन वह बोलने की स्थिति में नहीं थे इसलिए मीडिया से कुछ बात नहीं कर पाए. बता दें कि सोमवार को ही पाकिस्तान ने करीब 30 भारतीय कैदियों को रिहा किया है, इनमें 27 मछुआरे भी शामिल थे.
बता दें कि जयपुर में फतेह राम का टीबा नाहरगढ़ में रहने वाले 69 साल के गजानन शर्मा 36 साल पहले 1982 में लापता हो गए थे. इसी महीने अप्रैल में पाकिस्तान से भारतीय नागरिक होने के संबंध में दस्तावेज जांचने के लिए भारत सरकार के जरिए राजस्थान के गृह विभाग में सूचना आई थी.
पाकिस्तानी दस्तावेजों के अनुसार गजानंद फॉरनर्स एक्ट में वहां पर जेल में बंद थे. गजानंद शर्मा की पत्नी मक्खी देवी ने कहा कि 13 अगस्त की पति की रिहाई सुनकर बहुत खुश हैं. 7 मई 2018 को उनके जिंदा होने का पता चला था और पाकिस्तान जेल में हैं.
दस्तावेज में गजानंद के गांव का पता जयपुर जिले में सामोद स्थित महार कला गांव बताया गया है. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि बहुत सालों से गजानन का परिवार जयपुर के ब्रहमपुरी में रहने लगा है.
भारत सरकार के अनुसार गजानंद के साथ पाकिस्तान के जेल में राजस्थान की बूंदी के युवराज और अजमेर के जयसिंह की तस्दीक की फाइल भी राजस्थान सरकार के गृह विभाग को भेजी गई थी.
बता दें कि अजमेर पुलिस ने जय सिंह के परिजन नहीं मिलने का हवाला देकर फाइल वापस लौटा दी थी. लेकिन बूंदी जिले के रामपुरिया गांव के 25 साल के जुगराज की रिहाई की खबर नहीं आई है. जुगराज 5 साल से लापता था. अब जुगराज की रिहाई की उम्मीद बंधी है. जुगराज कराची जेल में बंद है और उसकी हालत सही बताई जा रही है. सरहद पार पाकिस्तान में वह घुस गया था और लाहौर से ट्रेन में झेलम जाते समय पकड़ा गया.
मोहित ग्रोवर