भारतीय सेना ने अनाथ युवकों को सेना में भर्ती होने का मौका देने के लिए अपने कुछ भर्ती नियमों में छूट दी है. इसके चलते अब अनाथ युवा भी भारतीय सेना में भर्ती हो सकेंगे.
सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह ने अनाथ युवकों की भर्ती के लिए नियमों में छूट देने का फैसला किया है, जिससे उन्हें रक्षा बल में शामिल होने में मदद मिलेगी. सेना अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
इससे पूर्व, ऐसे युवकों को अपने जन्म की सही तारीख, माता-पिता का नाम तथा अपनी जाति संबंधी जानकारी मुहैया कराने में समस्याओं का सामना करना पड़ता था.
अधिकारियों ने बताया कि आगे से ऐसे युवकों को जन्मतिथि के प्रमाण के रूप में मैट्रिक का प्रमाणपत्र दिखाना होगा. अन्य नियमों में भी छूट दी गयी है.
नयी नीति के तहत, माता पिता के ब्यौरे के उपलब्ध नहीं होने पर भर्ती केंद्रों द्वारा अनाथालय का नाम स्वीकृत किया जाएगा.
जहां तक जाति का संबंध है, अनाथों को अखिल भारतीय अखिल जाति श्रेणी में शामिल किया जाएगा. भारतीय सेना में जाति एक महत्वपूर्ण कारक है जिसकी जाति आधारित इंफेंट्री रेजीमेंट हैं.
भाषा