निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के डीजी जेल से दो जल्लाद की मांग की है. तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि 4 लोगों को फांसी देनी है ऐसे में दो जल्लाद की जरूरत है.
तिहाड़ प्रशासन की चिट्ठी डीजी जेल को मिल गई है, जिसके बाद डीजी ने तिहाड़ प्रशासन को एक जल्लाद मुहैया कराने की सहमति दे दी. मेरठ जेल में तैनात जल्लाद 20 जनवरी को तिहाड़ में रिपोर्ट करेगा.
माना जा रहा है कि दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले एक जल्लाद मेरठ के पवन जल्लाद होंगे वहीं दूसरे पर फैसला होना बाकी है. बता दें कि निर्भया गैंगरेप कांड के चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा.
तिहाड़ में युद्धस्तर पर हो रही दोषियों को लटकाने की तैयारी
निर्भया के हत्यारों का दिल्ली की अदालत से 'डेथ वारंट' जारी होते ही तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है. इससे पहले जेल अधिकारियों ने कहा था कि चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से दो जल्लादों की मांग करेंगे. बता दें कि मंगलवार को योगी सरकार ने एक जल्लाद देने की इजाजत दे दी थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई से तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि हम गुरुवार को उत्तर प्रदेश जेल प्राधिकरण को दो जल्लाद मुहैया कराने के लिए लिखेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले महीने डेथ वारंट जारी होने से पहले मेरठ के एक जल्लाद की सेवाओं के लिए उत्तर प्रदेश जेल प्राधिकरण को पत्र लिखा था.
अकेले ही फांसी देने के लिए तैयार पवन जल्लाद
जब निर्भया के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया, तभी वपन जल्लाद ने कहा था कि वे निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए पहले से ही तैयार हैं. कोर्ट के फैसले के बाद मेरठ के पवन जल्लाद ने कहा था कि मैं उन्हें फांसी पर लटकाने के लिए तैयार हूं. पवन जल्लाद ने कहा था कि वे सभी दोषियों को अकेले ही फांसी देने में सक्षम हैं.
एकसाथ दी जा सकती है सभी दोषियों को फांसी
तिहाड़ जेल के पूर्व लॉ अफसर सुनील गुप्ता ने आज तक से हुई खास बातचीत में कहा था कि तिहाड़ जेल में निर्भया केस के चारों अपराधियों को एकसाथ फांसी दी जा सकती है. फांसी के तख्त पर थोड़ा सा बदलाव करके ऐसा किया जा सकता है. एक ही लीवर खींचने से चारों अपराधी मौत के घाट उतारे जा सकते हैं. हालांकि, इससे पहले तिहाड़ में दो अपराधियों को ही एकसाथ फांसी दी गई है, लेकिन थोड़ा सा तकनीकी बदलाव करके चारों अपराधियों को सजा दी जा सकती है.
कुमार अभिषेक