जर्मनी को PM नरेंद्र मोदी का न्योता, 'भारत आओ, साझेदारी करो और नई ऊंचाइयां देखो'

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार की जासूसी की खबर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी में नेताजी के पड़पोते से मुलाकात कर सकते हैं.

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PM Narendra Modi PM Narendra Modi

aajtak.in

  • हैनोवर,
  • 13 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 12:04 AM IST

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार की जासूसी की खबर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी में नेताजी के पड़पोते से मुलाकात कर सकते हैं. इससे पहले सोमवार को उन्होंने हैनोवर फेयर का उद्घाटन किया. इस दौरान जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल भी उनके साथ थीं.

यहां प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जर्मनी के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने भारत को पार्टनर चुना. उन्होंने एक बार फिर उद्योगपतियों को आकर्षित करते हुए कहा कि भारत में 'मैन्युफैक्चरिंग हब' बनने की क्षमता है. उन्होंने कहा, 'मैं जर्मनी को भारत से साझेदारी बढ़ाने और नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए आमंत्रित करता हूं.'

हैनोवर मेले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वो इंडो-जर्मन कोलैबोरेशन की क्षमता को उजागर करना चाहते हैं. जर्मन कंपनियों को भारत में निवेश करने का न्योता देते हुए उन्होंने कहा, 'मैं आपको सुझाव देता हूं कि पुरानी राय को परे रख आप एक बार भारत आएं और यहां के बदलाव को खुद महसूस करें.' प्रधानमंत्री इसके बाद बर्लिन भी जाएंगे, जहां भारतीय उच्चायुक्त की मौजूदगी में होने वाले भारतीयों के जलसे में शामिल हो सकते हैं.

 

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, 'प्रधानमंत्री का मुख्य ध्यान इस बात पर फीडबैक लेना है कि भारत व्यापार के लिए आसान राह बनाने की ओर कैसे बढ़ सकता है. उन्होंने जर्मनी के उद्योगपतियों को भी भरोसा दिलाया है कि समय के साथ उन्हें भी कई अहम बदलाव नजर आएंगे क्योंकि प्रधानमंत्री अब अपनी रूपरेखा को लागू करने की प्रक्रिया में हैं. '

नेहरू ने करवाई थी नेताजी के परिवार की जासूसी
सोमवार को बर्लिन में प्रधानमंत्री की नेताजी सुभाष चंद्र बोसे के पड़पोते से मुलाकात हो सकती है. यह मुलाकात ऐसे समय में होगी, जब नेताजी के परिवार की दो दशकों तक हुई जासूसी की खबर भारत में सुर्खियां बटोर रही है. दो फाइलों से यह खुलासा हुआ था कि देश की पहली जवाहर लाल नेहरू सरकार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो से नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार और घरों की दो दशक तक (1948 से 1968 तक) जासूसी करवाई थी.

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उधर नेताजी के पड़पोते सूर्या ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से उन दोनों फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग करेंगे. उन्होंने बताया, 'मुझे बर्लिन में होने वाले उस कार्यक्रम का न्योता भेजा गया है जहां प्रधानमंत्री मोदी आएंगे. सैकड़ों लोगों को यह न्योता मिला है. उम्मीद है कि मुझे उनसे मिलने का मौका मिले. अगर मिला तो मैं उनसे जासूसी मामले पर बात करूंगा. मुझे हैरानी है कि स्वतंत्र भारत में मेरे परिवार की जासूसी की गई.'

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