मायावती का मोदी पर वार बोला, संघ मुख्यालय नागपुर में है मोदी सरकार का रिमोट कंट्रोल

बहुजन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आगे ‘दंडवत’ होने का आरोप लगाया है.

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बहुजन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मायावती बहुजन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मायावती

aajtak.in

  • लखनऊ,
  • 06 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 4:50 PM IST

बहुजन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आगे ‘दंडवत’ होने का आरोप लगाया है.

हर मोर्चे पर नाकाम केंद्र सरकार
मायावती ने कहा कि जनता के प्रति गैर-जवाबदेह ‘साम्प्रदायिक और फासीवादी’ सोच रखने वाले संगठन के सामने साष्टांग से साबित हो गया है कि हर मोर्चे पर नाकाम केंद्र सरकार का ‘रिमोट कंट्रोल’ संघ मुख्यालय में है.

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संघ के सामने सिर न झुकाए सरकार
मायावती ने दिल्ली में शुक्रवार को हुई संघ की तीन दिन के ‘समन्वय बैठक ’ और उसमें मोदी सरकार द्वारा अपना ‘रिपोर्ट कार्ड’ पेश कर संघ से कथित तौर पर निर्देश लेने की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि एक चुनी हुई सरकार को सिर्फ संविधान, उसकी मर्यादा और जनभावना के आगे सिर झुकाना चाहिये, न कि संघ जैसे ‘द्वेष, घृणा, साम्प्रदायिक और फासीवादी सोच’ रखने वाले संगठन के सामने.

नागपुर में है सरकार का रिमोट कंट्रोल
उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलने वाली सरकार करार देती रही है, लेकिन ताजा घटनाक्रम से साबित हुआ है कि मोदी सरकार का रिमोट कंट्रोल संघ मुख्यालय नागपुर में है और उसकी नकेल संघ नेताओं के हाथ में है.

लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि देश का प्रधानमंत्री और उसकी सरकार के मंत्री देश की जनता और संसद के प्रति जवाबदेही न निभाकर संघ जैसी संस्था के प्रति जवाबदेह होकर पूरी तरह ‘दण्डवत’ हो रहे हैं. एक तरह से यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है.

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संघ को भी गरीबों की परवाह नहीं
उन्होंने कहा कि हर मोर्चे पर नाकाम सरकार को शाबाशी दिए जाने से यह भी स्पष्ट हुआ है कि मोदी सरकार के साथ ही संघ को भी गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी जैसी ज्वलंत समस्याओं के निवारण और दलितों, पिछड़ों और शोषितों की कोई परवाह नहीं है.

संघ की सोच क्रूर और फासीवादी
मायावती ने कहा कि भाजपा और संघ की सोच कितनी क्रूर और फासीवादी है, इसकी ताजा मिसाल महाराष्ट्र की भाजपा सरकार का वह घोर तानाशाही फरमान है. जिसमें उसने अपने मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के खिलाफ बोलने या लिखने पर कथित तौर पर ‘देशद्रोह’ का मुकदमा चलाने की धमकी दी है.

OROP पर कंजूसी न करे सरकार
बसपा अध्यक्ष ने ‘वन रैंक, वन पेंशन ’ के मुद्दे पर केंद्र सरकार के फैसले को ‘आधे-अधूरे मन से’ लिया गया फैसला करार देते हुए कहा कि कई प्रमुख मांगों को न माने जाने से पूर्व सैनिकों में नाराजगी और असंतोष स्वाभाविक है. सरकार को वन रैंक, वन पेंशन देने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए.

खामोश रहते हैं पीएम मोदी
मायावती ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन पर बिहार के बोधगया में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘संघ प्रचारक’ के तौर पर जो बातें कहीं, उनसे देश और समाज का भला नहीं होने वाला. बड़ी-बड़ी बातें करने वाले मोदी के मंत्री उसका ठीक उलटा करते हैं और प्रधानमंत्री खामोश रहते हैं. ऐसे में मोदी के कोरे प्रवचन और उपदेश से कुछ हासिल नहीं होगा.

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इनपुट- भाषा

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