मैनपुरी हिंसाः डीएसपी सस्पेंड, सैंकड़ों लोगों पर मुकदमा

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में गौकशी की अफवाह को लेकर फैली हिंसा के बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए एक पुलिस क्षेत्राधिकारी को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. इस मामले में अभी तक दस लोगों को नामजद किया गया है जबकि 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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एक अफवाह के बाद मैनपुरी में शुक्रवार को हिंसा फैल गई थी एक अफवाह के बाद मैनपुरी में शुक्रवार को हिंसा फैल गई थी

परवेज़ सागर

  • मैनपुरी,
  • 10 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में गौकशी की अफवाह को लेकर फैली हिंसा के बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए एक पुलिस क्षेत्राधिकारी को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. इस मामले में अभी तक दस लोगों को नामजद किया गया है जबकि 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

दादरी की घटना को अभी ज्यादा दिन नहीं हुए कि शुक्रवार को मैनपुरी के नगरिया गांव में गौवध की अफवाह के बाद समुदाय विशेष के दो युवकों की भीड़ ने पिटाई कर दी थी. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था. और मैनपुरी में हिंसा फैल गई थी. जिसमें उपद्रवियों ने पुलिस के वाहनों को निशाना बनाया था और कई दुकानों में आग लगा दी थी. इस हिंसा में सात पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे.

शनिवार को राज्य सरकार ने करहल थाना क्षेत्र के नगरिया गांव में हुई हिंसा के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधि‍त पुलिस क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार को निलंबित कर दिया है. हिंसा फैलाने के मामले में अभी तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 29 लोगों को नामजद करते हुए 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

मैनपुरी के जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि कुछ लोगों ने साम्प्रदायिक तनाव फैलाने के लिये गोकशी की अफवाह फैलायी थी. करहल में मृत पाई गई गाय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया है कि उसकी मौत बीमारी की वजह से हुई थी, ना कि काटने के कारण.

बताते चलें कि करहल थाने पर शुक्रवार को पूर्वाहन करीब 10 बजे किसी ने फोन करके नगरिया गांव में गाय काटे जाने की सूचना दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने रफीक तथा लाला नामक व्यक्तियों को गाय की खाल उतारने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

इनपुट- भाषा

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