मध्य प्रदेश के सियासी संकट के बीच सोमवार को जहां एक तरफ बीजेपी के 106 विधायकों की राजभवन जाकर राज्यपाल के सामने परेड कराई गई, वहीं पार्टी के एक विधायक ऐसे थे जो राजभवन तो नहीं गए, लेकिन सीएम कमलनाथ से जरूर मुलाकात की.
मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी सोमवार को भोपाल में थे. विधानसभा सत्र 26 मार्च तक स्थगित होने के बाद विधायक नारायण त्रिपाठी बाहर तो निकले, लेकिन पार्टी विधायकों के साथ राजभवन नहीं गए. वो यहां से निकलकर सीएम हाउस पहुंचे और कमलनाथ से मुलाकात की. ये मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली. इसके बाद नारायण त्रिपाठी ने पत्रकारों से भी बातचीत की.
पत्रकारों ने जब नारायण त्रिपाठी से पूछा कि वो सीएम हाउस क्यों आए थे तो उन्होंने कहा कि 'मैंने सीएम से मुलाकात की, उनसे बात की और बाहर चला आया. सीएम से मुलाकात होगी तो किस संबंध में होगी. मैं तो सबसे मिलता हूं. आज मैं शिवराज सिंह चौहान से भी मिलूंगा.'
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राजभवन ना जाने के सवाल पर नारायण त्रिपाठी ने झुंझलाहट भरे लहजे में कहा कि 'मैं नहीं गया क्योंकि ये मेरा मन है. मैं अभी बीजेपी का MLA हूं. बाकी आगे जब समय आएगा तो फैसला करूंगा.'
बता दें कि राज्यपाल लालजी टंडन ने सीएम कमलनाथ को कल (17 मार्च) बहुमत साबित करने को कहा है. इस बाबत एक पत्र जारी किया गया है और कहा गया है कि अगर कमलनाथ सरकार बहुमत साबित नहीं करेगी तो उसे अल्पमत में माना जाएगा.
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ये पीठ करेगी सुनवाई...
इस मामले में भाजपा द्वारा दाखिल याचिका पर मंगलवार को सर्वोच्च अदालत में सुनवाई भी होनी है. न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और हेमंत गुप्ता की पीठ के समक्ष सुप्रीम कोर्ट में कल फ्लोर टेस्ट मामले की सुनवाई होगी.
रवीश पाल सिंह