दो सीट से चुनाव क्यों लड़ रहे? सिद्धारमैया का पलटवार- क्या PM को भी था हार का डर?

सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा कि जब आपने 2014 के लोकसभा चुनाव में दो जगह (वाराणसी/वडोदरा) चुनाव लड़ा था, क्या आपमें भी डर था. आप 56 इंच सीने वाले व्यक्ति हैं, आपके पास कोई चतुर जवाब होगा. आप दो सीटों की बात को भूलिए सर. आपकी पार्टी कर्नाटक में 60-70 सीट भी नहीं जीत पाएगी.

Advertisement
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (File) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (File)

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2018,
  • अपडेटेड 4:42 PM IST

कर्नाटक के चुनावी समर में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कूद गए हैं. मंगलवार को पीएम मोदी ने चामराजनगर में रैली को संबोधित किया और राहुल गांधी-सिद्धारमैया पर जमकर वार किया. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी पर पलटवार किया है.

सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा कि जब आपने 2014 के लोकसभा चुनाव में दो जगह (वाराणसी/वडोदरा) चुनाव लड़ा था, क्या आपमें भी डर था. आप 56 इंच सीने वाले व्यक्ति हैं, आपके पास कोई चतुर जवाब होगा. आप दो सीटों की बात को भूलिए सर. आपकी पार्टी कर्नाटक में 60-70 सीट भी नहीं जीत पाएगी.

Advertisement

क्या बोले थे पीएम मोदी?

PM मोदी ने चामराजनगर में कहा कि कर्नाटक में 2+1 का फॉर्मूला चल रहा है, ये कुछ नहीं कांग्रेस के फैमिली फॉर्मूला का कर्नाटक वर्जन है. ये कभी-कभी जागने वाले यहां के सीएम का राजनीतिक कदम है. सिद्धारमैया खुद दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं कि कहीं से बच जाएंगे, खुद जहां से पहले लड़े थे वहां बेटे को भेज दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां पर भी कांग्रेस होती है वहां अपराध होता है, भ्रष्टाचार होता है और विकास रुक जाता है.

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में राहुल गांधी पर भी सीधा हमला बोला. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे चुनौती दी है कि अगर वह 15 मिनट संसद में बोलेंगे तो मैं वहां बैठ नहीं पाऊंगा, लेकिन वह अगर 15 मिनट बोलेंगे यह भी बड़ी बात है और मैं बैठ नहीं पाऊंगा तो मुझे याद आता है कि क्या सीन है.'

Advertisement

राहुल गांधी पर पीएम मोदी का तंज

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम कांग्रेस के अध्यक्ष के सामने नहीं बैठ सकते हैं, आप नामदार हैं हम कामदार हैं. हम तो अच्छे कपड़े भी नहीं पहन सकते हैं आपके सामने कैसे बैठेंगे. पीएम ने तंज कसते हुए कहा, 'आप (राहुल) जिस भाषा में भी बात कर सकें, हाथ में कागज लिए बगैर कर्नाटक सरकार की उपलब्धियां ही जनता के सामने बोल दीजिए.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement