Review: वन लाइनर अच्छे, लेकिन काफी लम्बी है कपिल की 'फिरंगी'

इस शुक्रवार कॉमेडी किंग कपिल शर्मा की फिल्म फिरंगी रिलीज हुई है. जानते हैं यह फिल्म दर्शकों की कसौटी पर खड़ी उतरने में कितनी कामयाब हो पाएगी.

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फिल्म फिरंगी का पोस्टर फिल्म फिरंगी का पोस्टर

हंसा कोरंगा

  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 2:58 PM IST

फिल्म का नाम : फिरंगी

डायरेक्टर: राजीव ढींगरा

स्टारकास्ट: कपिल शर्मा, इशिता दत्ता, इनामुल हक, राजेश शर्मा, अंजन श्रीवास्तव, कुमुद मिश्रा, मोनिका गिल

अवधि: 2 घंटा 40 मिनट

सर्टिफिकेट: U/A

रेटिंग: 2.5 स्टार

कॉमेडी के बाद टीवी और फिर 'किस किस को प्यार करूं' फिल्म से बॉलीवुड में एंट्री मारने वाले कपिल शर्मा आज देश-विदेश में पॉपुलर चेहरा बने हुए हैं. सभी इस नाम को बखूबी जानते हैं. कपिल के बचपन के दोस्त राजीव ढींगरा ने उनके लिए एक कहानी लिखी और अब वो परदे पर रिलीज हो जा चुकी है. आइए जानते हैं कैसी है कॉमेडी किंग कपिल शर्मा की 'फिरंगी'.

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कहानी

यह कहानी साल 1921 की है. जहां बेहरामपुर गांव का लड़का मंगत राम उर्फ मंगा (कपिल शर्मा) अपने परिवार के साथ रहता है. जिसकी पुलिस में भर्ती होने की चाहत होती है. उन दिनों अंग्रेजों का शासन था. जिसकी वजह से एक तरफ जहां अहयोग आंदोलन चल रहे थे, वहीं अंग्रेजों के लिए कई भारतीय काम कर रहे थे. जब मंगा, अपने दोस्त हीरा (इनामुल हक) की शादी में उसके गांव जाता है तो वहां उसकी नजर सरगी (इशिता दत्त) पर पड़ती है. सरगी को देखते ही मंगा को आंखों ही आंखों में प्यार हो जाता है. ये रिश्ता सरगी के पापा (राजेश शर्मा) को तो पसंद आता है लेकिन उनके दादाजी (अंजन श्रीवास्तव) को बिल्कुल मंजूर नहीं होता. दरअसल, दादाजी को मंगा के द्वारा अंग्रेजों के लिए काम करना बिल्कुल पसंद नहीं था. उसी समय राजा इंदरवीर सिंह (कुमुद मिश्रा) और अंग्रेजी अफसर मार्क डेनियल्स (एडवर्ड सोनेनब्लिक) गांव को उजाड़कर शराब फैक्ट्री बनाने का प्लान करते हैं. कहानी में अंत में दिलचस्प मोड़ आता है. जहां एक तरफ मंगा-सरगी का प्यार होता है, दूसरी तरफ अंग्रेजों और राजा की गांववालों के खिलाफ साजिश. इस बीच आखिर में क्या होता है, इसका पता आपको फिल्म देखकर ही चलेगा.

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आखिर क्यों देख सकते हैं फिल्म

फिल्म वैसे तो कपिल शर्मा की है, लेकिन उनके प्रोडक्शन में फिल्म के ऊपर जमकर पैसा लगा है. जोकि स्क्रीन पर नजर आता है. फिल्म की प्रोडक्शन वैल्यू स्ट्रांग है. शूटिंग काफी रॉ और रस्टिक है जो देखने में सचमुच 1921 के भारत की याद दिलाती है. छोटी-छोटी बातों का ख्याल ख़्याल रखा गया है. फिल्म में स्टारकास्ट दिलचस्प है, जिन्होंने बहुत ही बढ़िया काम किया है. कपिल शर्मा के कॉमेडी पंच के साथ सीरियस अभिनय देखने को मिलता है. कुमुद मिश्रा, एडवर्ड, इशिता दत्ता , अंजन श्रीवास्तव, मोनिका गिल का काम किरदार के हिसाब से जबरदस्त है. वहीं कपिल के दोस्त के रूप में इनामुल हक आपको सरप्राइज करते हुए नजर आते हैं. फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है. कपिल के प्रोडक्शन ने फिल्म बनाने में पैसे के हिसाब से कोई भी कोताही नहीं बरती है, जिसकी वजह से फिल्म पूरी तरह से कमर्शियल लगती है.

कमजोर कड़ियां

फिल्म की लंबई 2 घंटे 40 मिनट है. जो कि वाकई में बहुत ज्यादा है. इंटरवल के पहले कहानी की रफ्तार धीमी है. सेकंड हाफ तेजी से स्टार्ट होता है लेकिन क्लाइमेक्स आते आते फिल्म धीमी होने लगती है. क्लाइमेक्स और बेहतर किया जा सकता है. टाइटल ट्रैक के अलावा बाकी कोई भी गाना ज्यादा पॉपुलर नहीं है. फिल्म का वन लाइनर अच्छा है, लेकिन स्क्रीनप्ले और भी ज्यादा क्रिस्पी और बेहतर किया जा सकता था.

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बॉक्स ऑफिस

फिल्म का बजट लगभग 25 करोड़ (प्रोडक्शन कॉस्ट 17 करोड़+ प्रोमोशनल कॉस्ट 8 करोड़) है. इसे 1300 से ज्यादा स्क्रीन्स में रिलीज किया जाना है. कपिल की पॉपुलैरिटी से वीकेंड स्ट्रांग होगा. लेकिन देखना बेहद खास होगा कि वीकेंड के बाद वर्ड ऑफ माउथ इस फिल्म को कितना आगे लेकर जाता है.

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