दो दशक बाद अपना रंग बदलेगी 'भारतीय रेल', नीले रंग को अब गुड बाय

इसका पहला गवाह दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस बनेगी, जिसमें कुल 16 कोच हैं. बताया जा रहा है कि जून के आखिर तक ही इस ट्रेन का रंग पूरी तरह से बदल जाएगा. इस स्कीम के तहत कुल 30 हजार कोच को नए रंग से रंगा जाएगा.

Advertisement
जल्द बदलेगा भारतीय रेल का रंग जल्द बदलेगा भारतीय रेल का रंग

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 18 जून 2018,
  • अपडेटेड 2:48 PM IST

रेलयात्रियों को अच्छे सफर का एहसास कराने के लिए भारतीय रेलवे ने कमर कस ली है. रेल मंत्रालय अब रेलवे का रंग-रूप बदलने की तैयारी कर रहा है. अभी तक जो ट्रेने नीले रंग में दिखती हैं अब वह गाढ़ा पीले और ब्राउन कलर में चलती हुई नज़र आएंगी.

इसका पहला गवाह दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस बनेगी, जिसमें कुल 16 कोच हैं. बताया जा रहा है कि जून के आखिर तक ही इस ट्रेन का रंग पूरी तरह से बदल जाएगा. इस स्कीम के तहत कुल 30 हजार कोच को नए रंग से रंगा जाएगा.

Advertisement

सिर्फ रंग ही नहीं बल्कि अब रेल में आरामदायक सीट और वैक्यूम बाथरुम के लिए भी रेलवे ने कदम बढ़ा दिए हैं. साथ ही यात्रियों की सुविधा को बढ़ाने के लिए अब हर सीट पर मोबाइल चार्जर देने की तैयारी चल रही है. हालांकि, ये मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को ही नए रंगों में तब्दील किया जाएगा. राजधानी, शताब्दी, दुरंतो जैसी ट्रेनें अपने पहले ही लुक में दौड़ती नज़र आएंगी.

सीनियर रेलवे अधिकारी के अनुसार, रेल मंत्री पीयूष गोयल से मंजूरी मिलने के बाद अब कोचों को रंगने का काम काफी जोरों से चल रहा है. बताया जा रहा है कि ये करीब 2 दशक के बाद है जब भारतीय ट्रेनों का रंग बदल रहा है. इससे पहले गाढ़े लाल रंग से रेलवे नीले रंग की ओर बढ़ा था.

आपको बता दें कि रविवार को ही रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया था कि यात्रियों का सफर सुहाना बनाने के लिए रेलवे कई बड़े कदम उठा रहा है. अब विमानन कंपनियों के साथ बराबरी करने के लिए रेलवे अपनी सुविधाओं में सुधार कर रहा है और ट्रेनों में बायो टॉयलेट की जगह आधुनिक टॉयलेट लगाना इसी योजना बना रहा है.

Advertisement

इसके लिए विमानों जैसे ट्रेनों में भी प्रायोगिक तौर पर वैक्यूम बायो टॉयलेट लगाए जाएंगे. करीब 500 वैक्यूम बायो टॉयलेट का आर्डर दिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement