सितंबर 2016 में पीओके में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक से सीमापार बैठे आतंकियों और पाकिस्तानी सेना को चारों खाने चित्त कर दिया था. सर्जिकल स्ट्राइक के एक साल बाद पीओके से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल पर आजतक पहुंचा और भारतीय सेना की मुस्तैदी और वहां के मौजूद हालात के बारे में जाना. कश्मीर में नौगाम सेक्टर में एलओसी पर मौजूद फॉरवर्ड पोस्ट में सेना की तैयारियों से साफ पता चलता है कि सर्जिकल स्ट्राइक के एक साल पूरा होने के मौके पर सीमापार से आतंकी सेना फॉरवर्ड पोस्ट पर बैट एक्शन और बड़े हमले की ताबड़तोड़ कोशिश कर रहे हैं.
सर्जिकल स्ट्राइक के एक साल बाद भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में दहशतगर्दी के दर्जनों कैंप बदस्तूर जारी है. आजतक ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर फॉरवर्ड पोस्ट के उस इलाके का जायजा लिया जहां सबसे ज्यादा घुसपैठ की कोशिश हो रही थी. इस दौरान सेना लॉन्चिंग पैड से आतंकी सेना की पोस्ट को निशाना बनाने के साथ ही घुसपैठ की फिराक में हैं और सेना ने अपनी मुस्तैदी कई गुना बढ़ा दी.
एक दिन सेना के साथ बिताने पर पता चला कि भारतीय सेना इन ऊंची पहाड़ियों पर पाकिस्तान पर पूरा दबाव बनाये हुए हैं. हालांकि फिर भी पाक घुसपैठ की लगातार कोशिश करता रहता है. इस स्थिति में भारतीय सेना के जवान लगातार पीओके से होने वाली हर हरकत पर नजर रख रहे थे. इस दौरान सेना ने अपने थर्मलइमेजर में सीमापार से तीन से चार आतंकियों की घुसपैठ को कैद किया. उसके बाद एलओसी पर सेना ने आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम किया और जवाबी फायरिंग में पाकिस्तानी सेना की पोस्ट को कुछ की मिनटों में तबाह कर दिया.
इससे साफ होता है कि पाकिस्तान की तरफ से रात को घुसपैठ की घटनाएं ज्यादा हो जाती है. दरअसल सरहद पर निगरानी का ये सिलसिला यूं ही पूरी रात और दिन चलता है. हवलदार राजेश भट्ट ने बताया कि जवानों को बस अपने कम्पनी कमांडर की हिदायत याद है कि सरहद पर हालात गर्म है. दुश्मन इसका फायदा उठा सकता है, ऐसे में ज्यादा चौकन्ना रहने की जरुरत है.
मणिदीप शर्मा