देश भर में शुक्रवार रात से आजादी के बाद का सबसे बड़ा कर सुधार यानी जीएसटी लागू हो जाएगा. ऐसे में सरकार की ओर से इसे लागू करने के लिए पुख्ता तैयारियां की गई हैं. वित्त मंत्रालय में कई टेलीफोन और कम्प्यूटर सिस्टम से लैस एक मिली वॉर रूप बनाया गया है, जिसमें GST लागू होने के बाद आने वाली दिक्कतों से निपटने की तैयारी की जाएगी.
केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) के प्रमुख वनाजा एस शर्मा ने बताया कि यह वॉर रूम केंद्रीय और राज्य स्तर के अधिकारियों की शंकाओं को दूर करेगा. जीएसटी के क्रियान्वयन में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए वॉर रूम से सीधे संपर्क साधा जा सकता है, ताकि उसका हल निकाला जा सके. साथ ही वॉर रूम के जरिए अधिकारियों के जीएसटी पर फीडबैक भी लिया जाएगा.
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वनाजा एस शर्मा के मुताबिक यह वॉर रूम सुबह 8 से रात 10 बजे तक चालू रहेगा. जिसमें तकनीकि तौर पर कुशल युवा अफसरों की एक पूरी दिन मिलकर काम करेगी. इसमें जीएसटी से जुड़ी तमाम शंकाओं और समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
हमारी तैयारियां पूरी- जेटली
'आजतक' के जीएसटी कॉन्क्लेव में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आम धारणा यह है कि किसी देश में आर्थिक बदलाव या सुधार में हमेशा निजी क्षेत्र आगे रहता है. लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि निजी क्षेत्र की तैयारी से कहीं ज्यादा केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें तैयारी कर चुकी है. उन्होंने कहा कि सब कुछ केंद्र ने तय नहीं किया है, इसे 31 राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने साथ में हर फैसला किया है. सभी काउंसिल बैठकों की रिकॉर्डिंग हमारे पास है. हमने हर विषय पर सर्वसम्मति से फैसला लिया और सरकार ने इसे लागू करने के लिए पुख्ता तैयारियां की हैं.
अनुग्रह मिश्र