भारत-PAK वार्ता में कश्मीर की अनदेखी नहीं की जा सकती: जर्मनी

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता के रद्द होने के बाद जर्मनी ने सोमवार को कहा कि कश्मीर जैसे गहन मुद्दों को भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का हिस्सा होना चाहिए. जर्मनी ने ऐसे मुद्दों को बातचीत आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता बताया है.

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जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक-वाल्टर स्टेनमेयर जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक-वाल्टर स्टेनमेयर

aajtak.in

  • इस्लामाबाद,
  • 31 अगस्त 2015,
  • अपडेटेड 10:13 AM IST

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता के रद्द होने के बाद जर्मनी ने सोमवार को कहा कि कश्मीर जैसे गहन मुद्दों को भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का हिस्सा होना चाहिए. जर्मनी ने ऐसे मुद्दों को बातचीत आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता बताया है.

जर्मन विदेश मंत्री फ्रैंक-वाल्टर स्टेनमेयर ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के साथ साझा संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'कश्मीर जैसे गहन मुद्दे हैं, जिनकी बातचीत में अनदेखी नहीं की जा सकती.' जर्मनी के सांसदों के एक शिष्टमंडल का नेतृत्व करते हुए रविवार रात अफगानिस्तान से पाकिस्तान पहुंचे स्टेनमेयर ने कहा कि दक्षिण एशिया के इन दो पड़ोसी देशों के बीच बातचीत ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.

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उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की बातचीत के रद्द होने के बाद तनाव बढ़ने के बारे में सवाल पूछा गया था. दोनों देशों के बीच 23 अगस्त को एनएसए स्तर की बातचीत प्रस्तावित थी. भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि कश्मीर मुद्दे पर चर्चा और अलगाववादी नेताओं के साथ मुलाकात को स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके बाद बातचीत रद्द हुई.

जर्मन विदेश मंत्री ने पाकिस्तान से यह भी कहा कि वह आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई तेज करे और बिना किसी भेदभाव के उनको निशाना बनाए.

-इनपुट भाषा से

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