जामुन खाने गए थे नदी पार, फिर अचानक बाढ़ में फंस गए 16 बच्चे

देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. अभी तक बाढ़ ने सबसे ज्यादा कहर ओडिशा में बरपाया है, जबकि गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी लगातार बारिश से लोग परेशान हैं. कहीं घरों में पानी घुस आया है तो कहीं दफ्तर जलमग्न हो गया है. 

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ओडिशा के संभल में बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू ओडिशा के संभल में बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू

अमित कुमार दुबे

  • नई दिल्ली,
  • 23 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 6:52 PM IST

देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. अभी तक बाढ़ ने सबसे ज्यादा कहर ओडिशा में बरपाया है, जबकि गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी लगातार बारिश से लोग परेशान हैं. कहीं घरों में पानी घुस आया है तो कहीं दफ्तर जलमग्न हो गया है.  

ओडिशा

समूचे राज्य में भारी बारिश की वजह से महानदी और वैतरणी नदी में बाढ़ के अंदेशे के बीच ओडिशा सरकार ने डेल्टा क्षेत्र के सभी जिला धिकारियों से आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. स्थिति का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, 'हमें किसी तरह की आपात स्थिति से निपटने और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए.'

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पटनायक ने कहा कि बीते तीन दिन से राज्य में मूसलाधार बारिश हो रही है जिस वजह से कुछ लोगों को निकालना पड़ा और अस्थायी शिविरों की व्यवस्था करनी पड़ी.  उन्होंने कहा कि जहां हालात में सुधार हुआ है वहां पर जिला अधिकारियों को क्षति का अनुमान लगाना शुरू कर देना चाहिए. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 20 से 23 जुलाई के बीच बारिश संबंधी घटनाओं में छह लोगों की मौत हुई है.

मध्य प्रदेश

जब नदी पार किया तो घुटनेभर पानी था, लौटने लगे तो गरजने लगी काठन नदी, और 16 बच्चे मझधार में फंस गए.  दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर के ये बच्चे नदी पार कर दूसरी तरफ जामुन खाने गए थे लेकिन थोड़ी देर की बारिश हुई और नदी में हाहाकार मच गया.

हालात बिगड़ता देख रेस्क्यू टीम को बुलाया गया. हाईटेक नाव लगाई गई, एक्सपर्ट को दरिया में उतारा गया.  उधर, रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था इधर नदी किनारे पर लोगों की सांसें अटकी रही. चार घंटे की मशक्कत के बाद सभी को बचाया जा सका.

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जम्मू-कश्मीर

सांसें उन स्कूली बच्चों की भी अटक गई थी जब अचानक आई फ्लैश फ्लड की वजह से नाले में फंस गए. जम्मू के राजौरी में 3 जुलाई लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली, जब एक-एक करके बच्चों को रास्ता पार कराया गया.  

वहीं जम्मू के राजौरी में भी भारी बारिश से लोग डरे हुए हैं, भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की चेतावनी ने खतरे का अलार्म बजा दिया है. जिन वादियों की खूबसूरती लुभाती है वहां भारी बारिश दहशत फैला रहे हैं. उत्तराखंड के चमोली में भी पुल बह गया, लोगों की जिंदगी ठहर गया.

गुजरात

भारी बारिश जिंदा ही नहीं मरने के बाद भी इंसान के लिए सिरदर्द बना हुआ है. गुजरात के वलसाड में भारी बारिश में सड़कें डूब गईं. श्मशान तक जाने वाला रास्ता जलमग्न हो गया, जिसकी वजह से अंतिम संस्कार के लिए शव को टायर पर ले जाना पड़ा.

राजस्थान

राजस्थान के बीकानेर जहां कभी धूल उड़ती थीं, वहां आज वहां बारिश का कहर है. राजस्थान की गलियों से लेकर शहरों तक, रेलवे ट्रैक से सड़कों तक तालाब ने तंबू गाड़ दिया. सैलाब ने चादर फैला दिया है. राजस्थान के बीकानेर, बांरा, धौलपुर, भरतपुर शहर भी ऐसे हालात से अछूता नहीं.  बेडरूम तक बारिश के पानी ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. मॉनसून की अभी कई किश्त बाकी है. आधे वक्त में ही पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में लोग त्रस्त है, न जाने आगे क्या होगा.

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