पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के साथ गुरुवार को शुरू हुए पहले टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी 201 रनों पर सिमट गई. भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कुल 68 ओवरों का सामना किया. भारत के लिए मुरली विजय ने सबसे अधिक 75 रन बनाए जबकि चेतेश्वर पुजारा ने 31 और रवींद्र जडेजा ने 38 रन जोड़े.
भारत के छह बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके. दक्षिण अफ्रीका की ओर से डीन एल्गर ने चार सफलता हासिल की. इसके अलावा वेरनान फिलेंडर और इमरान ताहिर को दो-दो सफलता मिली.
पहले दिन स्टंप्स के समय तक दक्षिण अफ्रीका ने 28 रन तक पहुंचते-पहुंचते दो विकेट गंवा दिए थे. ऐसे में दोनों टीमों के लिहाज से शुक्रवार को पहले सेशन का खेल महत्वपूर्ण होगा. द. अफ्रीका के लिए आउट होने वाले बल्लेबाज वान जेल और डुप्लेसी रहे. वान जेल को अश्विन और डुप्लेसी को रवींद्र जडेजा ने अपना शिकार बनाया. खेल समाप्ति के समय डीन एल्गर 13 और कप्तान हाशिम अमला 9 रन बनाकर क्रीज पर थे.
भारत को दूसरे ही ओवर में करारा झटका लगा जब शिखर धवन फिलेंडर की गेंद पर स्लिप में हाशिम अमला को कैच दे बैठे. इसके बाद मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने पारी को संभालते हुए 63 रनों की साझेदारी की. लेकिन स्पिनर डीन एल्गर ने पुजारा को पगबाधा आउट कर भारत को दूसरा झटका दिया. पुजारा ने 31 रनों की पारी खेली.
भारत को सबसे बड़ा झटका कप्तान विराट कोहली के रूप में लगा जो महज एक रन बनाकर रबाडा का शिकार बने. भारत की ओर से सिर्फ मुरली विजय ही टिककर खेल सके और उन्होंने अर्धशतक जमाया. मुरली विजय 75 रन पर सिमोन हार्बर का शिकार बने. अंजिक्य रहाणे ने 15 रन बनाए उन्हें डीन एल्गर ने पवेलियन लौटाया. रिद्धिमान साहा शून्य पर लौटे उन्हें भी एल्गर ने आउट किया.
एल्गर की कामयाबी का सिलसिला जारी रहा और उन्होंने मैच के 51वें ओवर में 6 रन पर अमित मिश्रा को भी पवेलियन भेज दिया. 196 रन पर भारत को आठवां झटका लगा जब फिलेंडर ने रवींद्र जडेजा को आउट कर दिया. जडेजा ने 38 रनों की पारी खेली. इसके बाद उमेश यादव 5 रन बनाकर इमरान ताहिर की गेंद पर बोल्ड हो गए. ताहिर ने शून्य पर वरुण एरोन को भी पवेलियन भेज दिया और पूरी टीम 201 रनों पर सिमट गई.
बता दें कि विराट कोहली पहली बार भारत में टेस्ट मैच में कप्तानी कर रहे हैं. भारत को टी-20 और एकदिवसीय सीरीज में पटखनी देने के बाद जीत के जोश से लबरेज दक्षिण अफ्रीकी टीम भारत के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज में उतरी है. भारतीय टीम दो वर्ष के अंतराल के बाद घरेलू धरती पर कोई टेस्ट सीरीज खेल रही है. अब तक सीमित ओवरों में भारतीय टीम ने जैसा प्रदर्शन किया है, उसे ध्यान में रखा जाए तो निश्चित तौर पर उनके लिए टेस्ट श्रृंखला एक चुनौती बन है.
भारतीय टेस्ट टीम के युवा कप्तान विराट कोहली के लिए घरेलू धरती पर यह पहला विधिवत टेस्ट सीरीज है. कोहली ने गुरुवार को जन्मदिन भी मनाया. अगर वह अपनी टीम से अच्छा काम ले पाते हैं तो यह उनके क्रिकेट करियर में भी नया अध्याय साबित होगा. चार मैचों की इस श्रृंखला के जरिए भारत के पास आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में दूसरे पायदान पर पहुंचने का भी सुनहरा मौका होगा. हालांकि पांचवें पायदान पर मौजूद भारतीय टीम के लिए यह बेहद चुनौतीपूर्ण होगा.
संदीप कुमार सिंह