सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल होनी शुरू हो गई है, जिसमें सड़क पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं. ऊंचाई से ली गई इस तस्वीर के साथ तमिल भाषा में दावा किया जा रहा है कि यह नजारा तमिलनाडु के त्रिची के समायापुरम टोल गेट का है. तस्वीर के साथ दिए गए कैप्शन में अंग्रेजी में लिखा है "चेन्नई में पोंगल से लौटने के बाद."
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह तस्वीर लगभग 5 साल पहले चीन में लगे एक ट्रैफिक जाम की है.
Gunasekaran Jayaleela नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस भ्रामक पोस्ट को मंगलवार को शेयर किया था. कुछ और फेसबुक प्रोफाइल से भी इस पोस्ट को साझा किया गया है.
तस्वीर को सर्च करने पर हमें कई मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल तस्वीर के बारे में जानकारी दी गई थी. यह तस्वीर 6 अक्टूबर 2015 को चीन के बीजिंग- हॉन्गकॉन्ग- मकाउ एक्सप्रेस वे पर लगे ट्रैफिक जाम की है. यह एक्सप्रेस वे 50 लेन का बना हुआ है.
दरअसल उस समय चीन में लोग हफ्ते भर की छुट्टियां मना कर वापस घर लौट रहे थे. इसी वजह से इस एक्सप्रेस वे पर स्थित एक टोल गेट पर हजारों गाड़ियों की कतारें लग गई थीं. यह जाम लगभग चार किलोमीटर लंबा था.
इससे पहले भी अगस्त 2010 में चीन में 10 दिन लंबा एक ट्रैफिक जाम लगा था. इस ट्रैफिक जाम को उस समय का सबसे लंबा ट्रैफिक जाम बताया गया था.
अर्जुन डियोडिया