फेसबुक ने बच्चों के लिए लॉन्च किया Messenger Kids

फेसबुक का कहना है कि इस मैसेंजर किड्स ऐप में कोई विज्ञापन नहीं होंगे और बच्चों की जानकारियों को विज्ञापन के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाएगा.

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Messenger Kids Messenger Kids

मुन्ज़िर अहमद

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  • 04 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 8:19 PM IST

सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक ने बच्चों के लिए मैसेंजर लॉन्च कर दिया है. इन दिनों बच्चे तेजी से इंटरनेट और स्मार्टफोन यूज कर रहे हैं. कम उम्र में ही अब टेक्नॉलॉजी ऐडोप्शन बढ़ रहा है.  दरअसल फेसबुक ने मैसेंजर ऐप का ही एक नया वर्जन पेश किया है जिसे खास तौर पर 6 से 12 साल के बच्चों के लिए बनाया गया है.

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फेसबुक के इस नए Messenger Kids को यूज करने के लिए फेसबुक अकाउंट की जरूरत नहीं होती है. अमेरिका में फेडरल लॉ के मुताबिक 13 साल से कम के बच्चे फेसबुक पर अकाउंट नहीं बना सकते हैं, इसलिए कंपनी ने इसे बिना फेसबुक अकाउंट के यूज करने लायक बनाया है.

इस ऐप की खासियत ये है कि इसे बच्चों के पेरेंट्स अपने अकाउंट से लिंक करके नजर बनाए रख सकते हैं. यहां से पेरेंट्स ये भी कंट्रोल कर सकते हैं कि बच्चों को किससे बात करनी चाहिए और किससे नहीं. फेसबुक का कहना है कि इस मैसेंजर किड्स ऐप में कोई विज्ञापन नहीं होंगे और बच्चों की जानकारियों को विज्ञापन के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाएगा.

फेसबुक के मुताबिक यह ऐप फ्री है और इसमें कोई इन ऐप परचेज नहीं है, यानी इस ऐप में कुछ भी ऐसे कॉन्टेंट्स नहीं हैं जिसे खरीदा जा सके. फेसबुक ने अपने आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि यह ऐप चिल्ड्रेन ऑनलाइन प्राइवेसी एंड पोटेक्शन ऐक्ट के अधीन है और यह बच्चों को ऑनलान शोषण से बी बचाएगा.

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फिलहाल यह ऐप अमेरिका के लिए लॉन्च किया गया है और इसे अभी टेस्टिंग के तौर पर कुछ स्मार्टफोन में दिया जा रहा है जो iOS पर चलते हैं. फिलहाल ये ऐप भारत में कब लॉन्च होगा इसकी जानकारी नहीं है.

इस ऐप में वीडियो और टेक्स्ट मैसेजिंग के फीचर्स हैं और इसमें बच्चों के लिए मास्क और फिल्टर्स भी दिए गए हैं. फेसबुक के मुताबिक इसमें लाइब्रेरी है जिसमें बच्चों के लिए फ्रेम्स, जीफ, स्टीकर्स और ड्रॉइंग टूल्स दिए गए हैं. इस ऐप का पूरा कंट्रोल एक तरह से पेरेंट्स के पास हो सकता है.

फेसबुक मैसेंजर किड्स को यूज करने केलिए पेरेंट्स को ऐप स्टोर ऐप डाउनलोड करके अपने यूजर नेम और पासवर्ड से ऑथेन्टिकेट करना होगा. इशके बाद बच्चे के लिए अकाउंट बनाया जा सकता है इसके लिए बच्चे का नाम देना होगा. इसमें एक एक्सप्लोर सेक्शन होगा जिसके जरिए पेरेंट्स दूसरे कॉन्टैक्ट्स को ढूंढ सकते हैं.

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