कोरोना वायरस महामारी का संकट इस वक्त देश के अधिकतर हिस्से में है. राजस्थान में भी इसका असर देखने को मिल रहा है, लेकिन गर्मी के सीजन की वजह से यहां कई अन्य तरह की समस्याएं भी आती हैं जिसमें पानी की मुश्किल भी शामिल है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि हमने पानी की समस्या को लेकर एक महीने पहले से ही काम शुरू कर दिया.
अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में गर्मी, सूखा काफी रहता है. हमने एक महीने पहले से ही हैंडपंपों को ठीक करवाना शुरू किया, अलग-अलग इलाकों में टैंकर भेजना शुरू कर दिया गया. स्थानीय प्रशासन को इसके लिए पूरी ताकत दी गई है.
देखें: eAgenda Aaj Tak CM Special की फुल कवरेज
राजस्थान में बड़े स्तर पर स्क्रीनिंग को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि हमने धर्मगुरुओं को बुलाया और उनसे कोरोना वायरस को लेकर बात की. सभी को बताया गया कि अपने अनुयायी को समझाना जरूरी है, ऐसे में सैंपल लेने के वक्त धर्मगुरुओं को साथ में भी भेजा गया.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
मुख्यमंत्री बोले कि हम पहले सिर्फ पुणे और दिल्ली में टेस्टिंग करते थे, अब हम 10 हजार टेस्ट रोज कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य 25 हजार टेस्ट रोजाना करने का है. अशोक गहलोत ने बताया कि अमेरिका में टेस्टिंग की नई तकनीक आई है, जिसको हम जोधपुर और जयपुर के लिए ला रहे हैं.
बहुचर्चित भीलवाड़ा मॉडल को लेकर उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा में हमने हर घर में स्क्रीनिंग करने का काम किया, 14 हजार लोग ऐसे थे जिनमें इस तरह के लक्षण थे, बाद में उन्हें क्वारनटीन किया गया. इसी के साथ ही हमने हर डॉक्टर को कहा है कि अगर किसी में खांसी-बुखार का लक्षण दिखता है, तो उनका नाम नोट कर लें, ताकि उनकी मदद की जा सके.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
अशोक गहलोत बोले कि हमारी ओर से कई मेडिकल वैन गांव-गांव में घूम रहे हैं, अगर कोई लक्षण मिलता है तो स्थानीय मेडिकल प्रशासन को सूचित किया जाता है. मामलों की संख्या जरूर बढ़ रही है, लेकिन वो हर जगह ही ऐसा हो रहा है.
aajtak.in