दिल्ली पुलिस ने लग्जरी गाड़ियां चुराने वाले एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो पलक झपकते ही न सिर्फ गाड़ी उड़ा ले जाता था बल्कि गाड़ियों को काट कर उन्हें दिल्ली से बाहर बेच दिया करता था. पुलिस ने इस गैंग के सरगना दिलवर सिंह सहित तीन और बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिलबर सिंह, सलमान, मेहताब और अफताब नाम के शातिर बदमाश काफी समय से गाड़िया चुराते थे. इनका गैंग चोरी की गाड़ियों को काटकर उसके पार्टस अलग-अलग करके मेरठ के कबाड़ बाजार में बेच दिया करता था. गाड़ियों को काटने के लिए इन लोगों ने बाकायदा मेरठ बायपास पर एक गोदाम बना रखा था. जंहा चोरी की गाडियों को काट कर उनके ज़रूरी पुर्जे निकाले जाते थे.
पुलिस ने जब इनके ठिकाने पर छपा मारा तो वहां रखा सामान देखकर पुलिसवाले भी हैरान रह गए. पुलिस को इनके ठिकाने से कई महंगी और लग्ज़री गाडियों के हिस्से मिले हैं. साउथ दिल्ली में लगातार गाड़ी चोरी की वारदातें बढती जा रही थीं. साउथ दिल्ली एटीएस की टीम को तब सफलता मिली, जब इस गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने चोरी की स्विफ्ट गाड़ी के साथ धरदबोचा.
जांच में पता चला कि इस गाड़ी पर जो नंबर प्लेट लगी है, वह फर्जी है और गाड़ी चोरी की है. पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि इनका सरगना दिलबर सिंह है. तीनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने दिलबर को भी गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से पुलिस को सात लग्ज़री गाड़ियां भी बरामद हुई हैं.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंग के दो लोग बाइक पर सवार होकर रात के वक्त दिल्ली के पाश इलाकों में घुमा करते थे. जैसे ही कोई अकेली लग्जरी गाड़ी इन्हें दिख जाती थी, ये अपने साथियों को इसकी ख़बर देते थे. जिसके बाद उस गाड़ी को चुराया जाता था. पुलिस के मुताबिक महंगी गाडियों को चुराने के लिए इनके पास बाकायदा विशेष औज़ार हुआ करते थे.
इस गिरोह के लोग चोरी की गई गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर एक घंटे के अंदर दिल्ली से बहार ले जाते थे. जहां इन गाडियों को काट कर बेच दिया जाता था. अब तक की पूछताछ में इन लोगों ने दो दर्जन से ज्यादा लग्जरी गाडियों को चोरी करने की बात कबूल की है. फिलहाल पुलिस अभी आरोपियों से और पूछताछ कर रही है.
परवेज़ सागर / अनुज मिश्रा