मेट्रो में सफर करने के लिए अब जल्द ही आपको जेब ढीली करनी पड़ सकती है. खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए मेट्रो का किराया बढ़ने के आसार हैं. किराये को लेकर जो कमेटी बनी थी उसने 25 से 66 फीसदी किराया बढ़ाने की सिफारिश की है. इस बारे में अंतिम फैसला DMRC बोर्ड करेगा.
कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी
हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में बनी किराया विचार कमेटी ने किराये में बढ़ोतरी की सिफारिश की है. न्यूनतम किराया अभी तक आठ रुपये है जिसे बढ़ाकर 10 करने का प्रस्ताव है. इसी तरह अधिकतम किराया फिलहाल 30 है जिसके बढ़ाकर 50 करने की सिफारिश की गई है. डीएमआरसी बोर्ड आखिरी फैसला करेगा जिसके मुखिया शहरी विकास सचिव हैं.
सरकार की प्रतिक्रिया बाकी
पिछली बार 2009 में किराया बढ़ा था, जून में कमेटी बनी थी जिसको मेट्रो किराये पर विचार करना था. मेट्रो का कहना है कि उसकी माली हालत ठीक नहीं है लिहाजा किराया बढ़ना जरूरी है. अब देखना है कि सरकार मेट्रो का किराया बढ़ने देती है या इसमें दखल देती है. मेट्रो में केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों की भागीदारी है.
अमित कुमार दुबे