दिल्ली विधानसभा में सीएम केजरीवाल की मौजूदगी में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जनलोकपाल बिल पेश किया. बिल पेश करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि 'मैं इस सदन के माध्यम से दिल्ली की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये वही बिल है जो आंदोलन के गर्भ से निकला था.
>
सिसोदिया ने कहा कि 4 लोगों की चयन समिति लोकपाल का चुनाव करेगी. इस समिति में हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री , विधानसभा अध्यक्ष और विपक्ष के नेता शामिल होंगे. मनीष ने कहा कि इससे ज्यादा स्वतंत्र समिति कौन सी होगी जिसमे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सम्मिलित होंगें और यदि किसी निजी कंपनी को सरकारी भ्रष्टाचार में पाया जाता है तो उनके अधिकारियों पर भी सजा होगी.
जनलोकपाल बिल का विरोध करने और सदन में ही धरने पर बैठे बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को स्पीकर के कहने पर मार्शलों ने विधानसभा से बाहर निकाल दिया. दूसरी ओर केजरीवाल सरकार के जनलोकपाल बिल का विरोध करने दिल्ली विधानसभा जा रहे स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
>
प्रशांत भूषण ने दी थी बहस की चुनौती
जिस जनलोकपाल से केजरीवाल दिल्ली की राजनीति में छाए, वह जनलोकपाल उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनके पीछे पड़ा है. उनके पुराने साथी प्रशांत भूषण ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. बिल पेश होने से पहले उन्होंने दिल्ली सरकार के जनलोकपाल को 'महाजोकपाल' बताया और इस बिल पर खुली बहस की चुनौती दे दी थी.
>
सना जैदी