राष्ट्रीय राजधानी में 'खराब पानी' की क्वालिटी का मुद्दा सोमवार को संसद में भी गूंजा. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दो सांसदों ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर हमला बोला. उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक दिन पहले ही केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया था, जिसमें दावा किया गया था कि दिल्ली की पानी की क्वालिटी खराब है. इस बीच दिल्ली जल बोर्ड ने अपनी सफाई पेश की है. जल बोर्ड ने एक ट्वीट में कहा है कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से लिए गए 155302 सैंपल में मात्र 1.43 फीसदी खराब पाए गए, जबकि 98.57 फीसदी पानी के सैंपल क्वालिटी में सही थे.
98.57 फीसदी सैंपल सही
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पानी की क्वालिटी को लेकर केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान को चुनौती दी थी. अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली का पानी केंद्रीय जल मंत्री और डब्ल्यूएचओ के मानक पर खरा उतर चुका है. इस विवाद के बीच सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड ने एक ट्वीट में कहा कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से हर दिन 500 सैंपल इकट्ठा किए जाते हैं. 1 जनवरी से 24 सितंबर 2019 के बीच दिल्ली जल बोर्ड ने 155302 सैंपल जुटाए जिनमें केवल 2222 यानी 1.43 फीसदी सैंपल ही खराब पाए गए, जबकि 98.57 फीसदी (153080) सैंपल अपने मानक पर खरे उतरे हैं.
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, अक्टूबर में 16502 सैंपल जुटाए गए जिनमें 3.98 फीसदी (658) सैंपल क्वालिटी के लिहाज से खराब थे, जबकि 96.02 (15844) फीसदी सैंपल क्वालिटी टेस्ट में सही पाए गए. जल बोर्ड ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के मानदंडों के अनुसार असंतोषजनक परिणामों की स्वीकार्य सीमा 5 फीसदी है, जबकि दिल्ली का प्रदर्शन डब्ल्यूएचओ के मानदंडों के अनुरूप है.
पानी पर राजनीति तेज
बता दें, अभी हाल में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की ओर से लिए गए पानी के नमूने की जांच में दिल्ली के सभी 11 जगहों से जुटाए गए नमूने शुद्धता के मानकों पर विफल पाए गए थे, जबकि मुंबई में लिए गए सभी 10 नमूने बीआईएस के शुद्धता मानकों के अनुरूप सही पाए गए थे. इसके बाद दिल्ली में पानी को लेकर राजनीति तेज हो गई थी. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोला और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जवाब तलब किया. पानी की क्वालिटी को लेकर दोनों पार्टियों में तकरार फिलहाल जारी है.(एजेंसी से इनपुट)
कुमार कुणाल