देशभर में अक्षय तृतीया के पर्व को सौभाग्य और समृद्धि के त्योहार के रूप में बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है. माना जाता है कि इस दिन सोना और सोने के जेवरात खरीदने से घर में खुशहाली आती है. यही कारण है कि धनतेरस की तरह अक्षय तृतीया को भी भारत में सोने की खूब खरीददारी और बिक्री की जाती है.
रविवार को अक्षय तृतीया के दिन देशभर में लॉकडाउन के कारण परंपरागत रूप से सोने का जो व्यापार होता था, वो नहीं हो पाया. देशभर में सोने और सोने के आभूषणों की दुकानें बंद रहीं, लेकिन फिर भी अनेक स्थानों पर ऑनलाइन माध्यम से त्योहार के शगुन के रूप में थोड़ा बहुत सोने का कारोबार हुआ. दिलचस्प है कि लोगों ने वॉट्सएप से सोने की बुकिंग की.
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल और देशभर के ज्वैलरी व्यापारियों के प्रमुख संगठन ऑल इंडिया ज्वैलर्स एवं गोल्ड्स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोड़ा ने बताया कि अक्षय तृतीया के अवसर पर पूरे देश में एक अनुमान के अनुसार लगभग 600 करोड़ रुपये के सोने का कारोबार हुआ.
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पंकज अरोरा ने बताया कि रविवार को देशभर में लोगों ने ज्वैलर्स को फोन करके या व्हाट्सऐप के जरिए सोने के आभूषणों की बुकिंग की. इस दौरान लोगों ने आभूषणों की खरीद राशि का 20 प्रतिशत एडवांस में डिजिटल माध्यम से भुगतान किया. सोने के जेवरों और सिक्कों की बुकिंग रविवार के दिन के भाव पर की गई, लेकिन आभूषणों की डिलीवरी 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जाएगी.
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उन्होंने बताया कि अगर 3 मई के बाद भी लॉकडाउन नहीं खुलता है, तो शेष 80 फीसदी धनराशि का भुगतान ग्राहकों को 3 मई के तुरंत बाद करना होगा, तभी उनको 26 अप्रैल के रेट पर सोने के जेवर और सिक्के दिए जाएंगे. आपको बता दें कि पिछले साल इस पर्व पर सोने का भाव 32 हजार 500 रुपये प्रति 10 ग्राम था. हालांकि वर्तमान में 10 ग्राम सोने की कीमत 47 हजार 500 रुपये हैं.
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सुशांत मेहरा