राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, चुनाव में हो सकती है देरी

कोरोना संकट के बीच इस साल नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं लेकिन महामारी को देखते हुए राष्ट्रपति चुनाव में देरी हो सकती है. खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात की संभावना जताई है कि महामारी की वजह से राष्ट्रपति चुनाव में देरी हो सकती है.

Advertisement
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (File-AP) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (File-AP)

aajtak.in

  • वाशिंगटन,
  • 30 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 8:12 PM IST

  • इस साल नवंबर में होने हैं राष्ट्रपति चुनाव
  • चुनाव की तारीख में बदलाव संभव नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को अमेरिकी संविधान में चुनाव की तारीख तय होने के बावजूद इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में देरी की संभावना जताई है.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार इशारा किया है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में देरी हो सकती है. हालांकि ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि अगर मेल-इन वोटिंग में वृद्धि हुई है तो रिजल्ट में धोखाधड़ी होगी.

Advertisement

अमेरिका में संघीय चुनाव की तारीख संविधान के अनुसार तय है और यह नवंबर महीने के पहले सोमवार के बाद मंगलवार को चुनाव कराए जाते हैं और चुनाव की तारीख बदलने के लिए कांग्रेस के एक अधिनियम की आवश्यकता होगी. संविधान के अनुसार 20 जनवरी, 2021 के नए राष्ट्रपति पद के शपथ लेने की तारीख में बदलाव का कोई प्रावधान नहीं है.

चुनाव टला तो होगी शर्मिंदगी

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'यूनिवर्सल मेल-इन वोटिंग के साथ (एब्सेंटी वोटिंग नहीं है, जो अच्छा है), 2020 का चुनाव इतिहास में सबसे अधिक और स्थानीय चुनाव होगा.

इसे भी पढ़ें --- अमेरिकी निवेशकों से बोले PM मोदी- भारत ने खोल दिया है बाजार, अब आपका इंतजार

अगर चुनाव में देरी होती है तो यह अमेरिका के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी की बात होगी. चुनाव में देरी तब तक हो सकती है जब तक यह तय नहीं हो जाए कि लोग ठीक से और सुरक्षित रूप से मतदान कर सकेंगे. मेल-इन वोटिंग के माध्यम से व्यापक मतदाता धोखाधड़ी के कोई सबूत नहीं है, यहां तक ​​कि राज्यों में ऑल-मेल वोट्स में भी.

Advertisement

पांच राज्य पहले से ही मेल-इन-बैलेट पर विशेष रूप से भरोसा करते हैं, और उनका कहना है कि उनके पास यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय हैं कि कोई विदेशी शत्रुतापूर्ण वोटिंग को बाधित न कर सके.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement