अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा में नबाम तुकी सरकार का शक्ति परीक्षण आज, शहर में धारा 144 लागू

अरुणाचल प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बहाल हुए कांग्रेस के मुख्यमंत्री नबाम तुकी के लिए आज अग्निपरीक्षा है. दोपहर एक बजे नबाम तुकी विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. इस बीच पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है.

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नबाम तुकी नबाम तुकी

हिमांशु मिश्रा

  • ईटानगर,
  • 15 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 9:54 AM IST

अरुणाचल प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बहाल हुए कांग्रेस के मुख्यमंत्री नबाम तुकी के लिए आज अग्निपरीक्षा है. दोपहर एक बजे नबाम तुकी विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. इस बीच पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है. शक्ति परीक्षण से पहले सुबह 9 बजे नबाम तुकी ने कांग्रेस विधायकों दलों की बैठक बुलाई है. वहीं अपने विधायकों के साथ कलिखो पुल अंदरखाने सरकार बनाने की तैयारी में जुटे हैं.

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राज्यपाल का और वक्त देने से इनकार
इससे पहले नबाम तुकी ने राज्यपाल से बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय मांगा था, लेकिन शुक्रवार को राज्यपाल तथागत राय ने तुकी को शनिवार को ही बहुमत साबित करने के लिए कहा है. वहीं अब अगले कदम के लिए कांग्रेस कानूनी सलाह भी ले रही है.

जोड़तोड़ में जुटी हैं पार्टियां
इस बीच बीजेपी ने पूछा कि आखिर तुकी और समय क्यों मांग रहे हैं? नवाम तुकी और विधानसभा स्पीकर ने भी कहा कि शनिवार को विधानसभा का सत्र बुलाने में कई दिक्कतें हैं. लेकिन राज्यपाल को ये दलीलें रास नहीं आईं. 60 सदस्यों वाली अरुणाचल विधानसभा में कांग्रेस के 15 विधायक हैं जबकि कलिखो पुल अपने समर्थन में 43 विधायकों का दावा करते हैं, बाकी दो सीट खाली हैं. अब नजरें इस बात पर टिकी है कि स्पीकर क्या करते हैं.

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बीजेपी भी सरकार बनाने की तैयारी में
बीजेपी ने भी अपनी पूरी ताकत लगा रखी है. अरुणाचल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बनी सरकार को विधानसभा के फ्लोर पर पटखनी देकर एक फिर से कलिखो पुल के नेतृव में एनडीए की सरकार बना कर पीएम मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को साकार करने की दिशा में जल्दी से एक कदम और आगे बढ़ा जाए.

कलिखो पुल ने किया बहुमत का दावा
अरुणाचल प्रदेश की राजनीतिक उठापटक में अभी अंतिम तस्वीर साफ नहीं हुई है. कांग्रेस अगर बहुमत नहीं जुटा पाई तो उसके सीएम को इस्तीफा देना होगा और कलिखो पुल फिर सीएम बन सकते हैं. यानी घड़ी की सुइयां 17 दिसंबर से घूम कर फिर 19 फरवरी तक पहुंच सकती हैं. लेकिन राज्य का इतिहास बताता है कि आखिरी वक्त तक कुछ भी हो सकता है.

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