तारीफ कर पलटा चीन, कहा - जहाज को बचाने में भारत का रोल नहीं

8 अप्रैल की देर रात अदन की खाड़ी में एक विदेशी व्यापारिक जहाज को लुटेरों से बचाने के मामले में चीन ने पलटी मारी है. चीन ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि जहाज को चीन की नौसेना ने ही बचाया था, उसमें भारत की नौसेना का कोई रोल नहीं था.

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तारीफ करके पीछे हटा चीन तारीफ करके पीछे हटा चीन

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 10 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 4:13 PM IST

8 अप्रैल की देर रात अदन की खाड़ी में एक विदेशी व्यापारिक जहाज को लुटेरों से बचाने के मामले में चीन ने पलटी मारी है. चीन ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि जहाज को चीन की नौसेना ने ही बचाया था, उसमें भारत की नौसेना का कोई रोल नहीं था. हालांकि रविवार को यह खबर आई थी कि दोनों देशों की नेवी ने सयुंक्त अभियान चलाकर उस जहाज को लुटेरों से बचाया था.

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भारत ने मदद को भेजे अपने दो पोत
यह पोत मलेशिया में केलांग से यमन के तटीय शहर अदन की तरफ जा रहा था, जब इसे लुटेरों से घेर लिया. इस जहाज के मुश्किल में फंसने की खबर मिलते ही भारतीय नौसेना ने अपने जहाज-INS मुंबई और INS तर्कश को तुरंत मदद के लिए भेजा. उन्होंने उस जहाज को चारों ओर से घेर लिया और उसके कप्तान से संपर्क साधा.

भारतीय हेलीकॉप्टर ने चीनी सैनिकों को दिया एयर कवर
वहीं चीनी नौसेना का एक जहाज भी हरकत में आ चुका था. वहां पहुंचकर चीनी नौसेना की बोर्डिंग पार्टी जहाज पर गई. इस दौरान पता चला कि समुद्री डाकू खुद को घिरा हुआ देख रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग गए थे. भारतीय नौसना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने कहा, समुद्री लूट के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुद्री सहयोग का प्रदर्शन करते हुए चीनी नौसेना की बोर्डिंग पार्टी व्यावसायिक पोत पर गई और उस दौरान इस अभियान को भारतीय हेलीकॉप्टर ने एयर कवर प्रदान किया.

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जहाज के सारे लोग सुरक्षित
इस जहाज पर चालक दल के 19 सदस्य सवार थे जो सभी फिलीपिंस के नागरिक हैं. लूटेरों के हमले के समय इस जहाज के कप्तान ने नियमों के मुताबिक सभी सदस्यों के साथ खुद को स्ट्रॉन्ग रूम में बंद कर लिया था और वे सभी सुरक्षित हैं.

दोनों नौसेना ने की सराहना
इस अभियान के पूरा होने के बाद चीनी नौसेना ने इस सफल अभियान में भूमिका निभाने के लिए भारतीय नौसेना का शुक्रिया अदा किया. वहीं भारतीय नौसेना ने भी चीनी नौसेना की सराहना की है.

कैसे लुटरों से लड़ी इंडियन और चाइनीज नेवी?
सूत्रों के मुताबिक, लुटेरों का अलर्ट मिलते ही भारतीय नेवी ने अपना INS Tarkash और INS Mumbaiऑपरेशन के लिए भेज दिया था. बता दें कि एडन खाड़ी देशों में लुटेरों का आतंक है. ऑपरेशन के दौरान पीएलए (चीनी सेना) के नेवी डिविजन से हवाई मदद मुहैया कराई गई.

नेवी में रहे हैं मतभेद
जापान और साउथ चाइना सी को लेकर दोनों देशों की नेवी में मतभेद रहे हैं. जापान के हिंद महासागर में ज्वाइंट ऑपरेशन में हिस्सा लेने के कारण चीन की नेवी भारत पर आरोप लगाती रही है. बता दें कि भारत की नेवी जापान के साथ हिंद महासागर में पिछले साल अभ्यास करते हुए नजर आई थी. इसके अलावा साउथ चाइना सी को लेकर इंडियन नेवी की अप्रोच को लेकर भी चीन आपत्ति जताता रहा है.

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