मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाने की पुख्ता तैयारी कर रहा चीन

अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों ने मसूद अजहर पर बैन की मांग की है और प्रस्ताव पेश किया है. लेकिन चीन पिछले कुछ समय से अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर उसे बचाने में जुटा था.

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आतंकी मसूद अजहर (फाइल) आतंकी मसूद अजहर (फाइल)

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 30 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 8:36 AM IST

भारत और चीन के रिश्ते पिछले कुछ समय से अच्छे नहीं रहे हैं. लेकिन अब लगता है कि ये रिश्ते और भी बिगड़ सकते हैं. चीन ने एक बार फिर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को बचाने की पुख्ता तैयारी कर ली है. चीन अपनी ताकत का इस्तेमाल कर अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाएगा और अपने दोस्त पाकिस्तान का साथ देगा.

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अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों ने मसूद अजहर पर बैन की मांग की है और प्रस्ताव पेश किया है. लेकिन चीन पिछले कुछ समय से अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर उसे बचाने में जुटा था.

बीते जनवरी में चीन ने प्रस्ताव के खिलाफ वीटो पेश किया था, बाद में इसकी समय सीमा को बढ़ाया गया. अब इसी सप्ताह गुरुवार को इस वीटो की मियाद खत्म हो रही है.  

नियमों के अनुसार, अब इस मियाद को और आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. यानि अब चीन इस प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज करेगा, जिससे मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करवाने की भारत की कोशिशों पर पानी फिर सकता है. गौरतलब है कि चीन सयुंक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है.

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भारत ने लगातार चीन के सामने इस बात को रखा है कि मसूद अजहर भारत में कई हमलों को करवाने में शामिल रहा है. इसमें पठानकोट एयरबेस पर हुआ हमला भी शामिल है. लेकिन चीन ने लगातार कहा है कि अजहर के खिलाफ सबूत नहीं है. गौरतलब है कि चीन पहले भी कई मौकों पर पाकिस्तान की मदद करता हुआ नज़र आया है.

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