CBI केस: स्वामी का अपनी ही सरकार पर निशाना, कहा- आलोक वर्मा को हटाना गलत

सीबीआई में मचा हुआ घमासान अभी पूरी तरह थमा नहीं है. विपक्षी पार्टियों के बाद अब मोदी सरकार को इस मुद्दे अपनो ने भी घेरना शुरू कर दिया है.

Advertisement
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (File, Getty) भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (File, Getty)

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 1:31 PM IST

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी CBI में मचे घमासान के बीच विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. लेकिन अब सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि मोदी सरकार अपनो के ही निशाने पर हैं. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आलोक वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर के पद से हटाए जाने को गलत बताया है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि इस समय चार अफसरों का गैंग काम कर रहा है. इनमें हसमुख अधिया, राकेश अस्थाना, पीके मिश्रा और भास्कर खुलबे शामिल हैं. ये सभी जो भी काम कर रहे हैं, वह ना देश के हित में है और ना ही प्रधानमंत्री के हित में है.

Advertisement

उन्होंने कहा कि मेरा अभी भी मानना है कि नरेंद्र मोदी देश के सबसे अच्छे प्रधानमंत्री हैं. लेकिन ये अफसर सरकार की छवि खराब कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि ईडी डायरेक्टर कल रिटायर हो रहे हैं और राजेश्वर सिंह छुट्टी पर भेजे जा रहे हैं.

आपको बता दें कि कथित घूसकांड के कारण मचे बवाल के बाद सीवीसी की सिफारिश पर केंद्र सरकार आलोक वर्मा को डायरेक्टर, राकेश अस्थाना को स्पेशल डायरेक्टर पद से छुट्टी पर भेज दिया गया है. विपक्ष इस फैसले पर सवाल खड़ा कर रहा है. लेकिन अब स्वामी ने इस फैसले को गलत बता दिया है.

राहुल ने भी साधा मोदी सरकार पर निशाना

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सीबीआई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. प्रधानमंत्री इन सवालों से बच नहीं सकते हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई राफेल डील पर कार्रवाई करने जा रही थी, लेकिन उससे पहले ही सरकार ने आलोक वर्मा को हटा दिया.

Advertisement

अगला नंबर ED का!

बता दें कि इससे पहले बुधवार को भी स्वामी ने सीबीआई घमासान पर बयान दिया था. बुधवार को उन्होंने कहा कि सीबीआई के बाद अगला नंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों का होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई खत्म हो जाएगी.

क्या है मामला?

गौरतलब है कि सीबीआई ने राकेश अस्थाना और कई अन्य के खिलाफ कथित रूप से मीट कारोबारी मोइन कुरैशी की जांच से जुड़े सतीश साना नाम के व्यक्ति के मामले को रफा-दफा करने के लिए घूस लेने के आरोप में FIR दर्ज की थी. इसके एक दिन बाद डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया. इस गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को सीबीआई ने अस्थाना पर उगाही और फर्जीवाड़े का मामला भी दर्ज किया.

सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच छिड़ी इस जंग के बीच, केंद्र ने सतर्कता आयोग की सिफारिश पर दोनों अधिकारियों को छु्ट्टी पर भेज दिया. और जॉइंट डायरेक्टर नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेशक बना दिया गया. चार्ज लेने के साथ ही नागेश्वर राव ने मामले से जुड़े 13 अन्य अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement