इन दिनों सोशल मीडिया पर #MeToo के तहत कई महिलाएं अपनी आपबीती सुना रही हैं. उन्हें आम लोगों और सेलेब्रिटीज का जबरदस्त सपोर्ट मिल रहा है. लेकिन इस मामले में बिग बॉस फेम शिल्पा शिंदे की अलग राय है. उन्होंने इस मूवमेंट को बकवास करार दिया है.
टाइम्स नाऊ को दिए इंटरव्यू में शिल्पा शिंदे ने इस पूरे अभियान को बकवास बताया है. उन्होंने कहा- ''आपको इसे मामले पर घटना के वक्त ही बोलना चाहिए था. ये बेहद सिंपल है. मुझे भी ये सबक मिला है. जब होता है तभी बोलो. बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं है. ये सब व्यर्थ है.''
वे कहती हैं, ''बाद में आपकी आवाज को कोई नहीं सुनेगा. सिर्फ कंट्रोवर्सी होगी और कुछ नहीं. घटना के वक्त बोलो, हां इसमें थोड़ी हिम्मत की जरूरत पड़ेगी. इंडस्ट्री में सब कुछ आपसी सहमति से होता है. ये एक लेन-देन की पॉलिसी है. इंडस्ट्री खराब नहीं है और ना ही अच्छी है. हर जगह ये सब चीजें होती हैं. मुझे नहीं पता लोग खुद ही क्यों इंडस्ट्री का नाम खराब कर रहे हैं? ये सब आप पर निर्भर करता है कि आप कैसे सामने वाले को रिएक्ट कर रहे हो.''
''आज महिलाएं जोर-शोर से आवाज उठा रही हैं. मैंने पहले भी कहा था कि इंडस्ट्री में रेप नहीं होता है, जबरदस्ती नहीं होती. जो भी होता है वे आपसी सहमति से होता है. अगर आप तैयार नहीं हो तो छोड़ दो. शिल्पा शिंदे को लगता है कि इस अभियान से समाज में कोई बदलाव नहीं आने वाला है.''
बता दें, बॉलीवुड में #MeToo ने तनुश्री दत्ता के आवाज उठाने के बाद ही तूल पकड़ा है. तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर बदतमीजी और मारपीट के आरोप लगाए हैं. अब तक कई महिलाएं सामने आकर आरोप लगा चुकी हैं. नाना पाटेकर, विवेक अग्निहोत्री, विकास बहल, पीयुष मिश्रा, आलोक नाथ, रजत कपूर, साजिद खान जैसे कई नाम सवालों के घेरे में हैं. इस अभियान के तहत नाना पाटेकर समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है. नाना और आलोक नाथ को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है.
हंसा कोरंगा