न्यूजीलैंड में ऑनलाइन विज्ञापन- 'नहीं चाहिए भारतीय फ्लैटमेट'

न्यूजीलैंड के सबसे बड़े ऑनलाइन मार्केटप्लेस ‘ट्रेडमी’ में फ्लैट में साथ रहने के लिए फ्लैटमेट के मकसद से एक विज्ञापन दिया गया है. इसमें लिखा है कि ‘भारतीय याएशियाई नहीं’ चाहिए. इसे लेकर ऑस्ट्रेलिया के भारतीय समुदाय में आक्रोश पैदा हो गया है

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न्यूजीलैंड की इस वेबसाइट पर दिया गया था विज्ञापन न्यूजीलैंड की इस वेबसाइट पर दिया गया था विज्ञापन

विकास वशिष्ठ

  • मेलबर्न,
  • 31 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

न्यूजीलैंड के सबसे बड़े ऑनलाइन मार्केटप्लेस ‘ट्रेडमी’ में फ्लैट में साथ रहने के लिए फ्लैटमेट के मकसद से एक विज्ञापन दिया गया है. इसमें लिखा है कि ‘भारतीय या एशियाई नहीं’ चाहिए. इसे लेकर ऑस्ट्रेलिया के भारतीय समुदाय में आक्रोश पैदा हो गया है.

नहीं चाहिए ऐसा फ्लैटमेट...
क्राइस्टचर्च शहर के रहने वाले एलिस्टर नाम के शख्स ने एक सप्ताह पहले यह विज्ञापन पोस्ट किया था. इसे सैकड़ों लोगों ने देखा. विवाद होने के बाद उसने विज्ञापन हटा लिया. उसने सफाई में कहा कि वह नस्लभेदी नहीं है, लेकिन ऐसे लोगों के साथ नहीं रहना चाहता जो हर रात करी बनाएं या अच्छी तरह अंग्रेजी न बोल सकें.

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इसलिए दिया ऐसा विज्ञापन
एलिस्टर ने कहा कि मेरा ईमानदार जवाब यह है कि इनमें से ज्यादातर लोग अच्छी तरह अंग्रेजी नहीं बोल पाते और अतीत में भी संवाद को लेकर मेरी समस्या रही है. कई बार मैंने उनको समझाया कि वे गलत कर रहे हैं, लेकिन वो नहीं समझ पाए. ‘न्यूजीलैंड इंडियन सेंट्रल एसोसिएशन’ के अध्यक्ष हर्षदभाई पटेल ने कहा कि यह ठीक नहीं है. लोग जिसके साथ रहना चाहें रह सकते हैं , लेकिन इस तरह का भेदभाव चिंताजनक है.

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