चलते-चलते घटता जा रहा है AAP का कुनबा!

संसदीय सचिव बनाए गए, लाभ के पद में फंसे पार्टी के 21 विधायकों का मामला चुनाव आयोग में चल रहा है अगर फैसला पक्ष में नहीं आता तो पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है पार्टी के 21 विधायकों की सदस्यता जाना तय हो जाएगा.

Advertisement
आम आदमी पार्टी के विधायक आम आदमी पार्टी के विधायक

अंकित यादव

  • नई दिल्ली,
  • 27 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रचने वाली आम आदमी पार्टी के विधायक धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी के तीमारपुर से विधायक पंकज पुष्कर, बिजवासन से विधायक कर्नल देवेंद्र शेहरावत, पुरानी दिल्ली से विधायक असीम अहमद खान तो पहले से ही केजरीवाल से दूरी बना चुके हैं और अब बवाना से विधायक वेद प्रकाश इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए.

Advertisement

वहीं सेक्स स्कैंडल में फंसे पार्टी के विधायक संदीप कुमार और फर्जी डिग्री में फंसे विधायक जितेंद्र सिंह तोमर से पार्टी ने खुद ही दूरी बना ली है. पार्टी के बड़े नेता इनके साथ मंच साझा भी नहीं करते. राजौरी गार्डन से विधायक रहे जरनैल सिंह ने तो पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए विधायक पद से इस्तीफा तक दे दिया था. अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. जिसमें आम आदमी पार्टी की हालत अच्छी नहीं बताई जा रही.

21 विधायकों की सदस्यता जाने का खतरा
संसदीय सचिव बनाए गए, लाभ के पद में फंसे पार्टी के 21 विधायकों का मामला चुनाव आयोग में चल रहा है अगर फैसला पक्ष में नहीं आता है, तो पार्टी को बड़ा झटका लग  सकता है और विधायकों की सदस्यता जा सकती है.

Advertisement

27 विधायकों पर लाभ के पद का आरोप, 10 से ज्यादा पर मुकदमें
आम आदमी पार्टी के 27 विधायको पर रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष के पद पर रहने से लाभ के पद की शिकायत राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजी जा चुकी है. इन 27 विधायको में से 10 ऐसे विधायक हैं, जिनका नाम संसदीय सचिव वाले मामले में भी है यानी इन पर दोहरी तलवार लटक रही है. जब से आम आदमी पार्टी की दिल्ली में सरकार बनी है किसी ना किसी मामले में पार्टी के कई विधायक विवादों में घिरते रहे हैं, मारपीट से लेकर शोषण तक के मुकदमों के बाद कई विधायक जेल की सलाखों के पीछे तक जा पहुंचे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement