गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी में लगातार फैसले बदलने के बीच आखिरकार पार्टी ने तय किया है कि वह इस साल दिसंबर में होने वाला गुजरात विधानसभा चुनाव जरूर लड़ेगी. इसे लेकर पार्टी 17 सितंबर को अहमदाबाद में पहला चुनावी रोड शो भी करने जा रही है. इस रोड शो में आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रभारी गोपाल राय और दूसरे बड़े नेता शामिल हो सकते हैं. पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस रोड शो में शामिल होने पर अभी भी संशय है.
राज्य में चुनाव के लिए अब काफी कम वक्त बचा है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ में बीजेपी को चुनौती देना किसी भी नए राजनीतिक खिलाड़ी के लिए बेहद मुश्किल काम है. वहीं विपक्ष के तौर पर खड़ी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस भी गुजरात में आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है. विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने मंत्री और दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय को प्रभारी बनाया है. गोपाल राय ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 20 सदस्यों की राज्य चुनाव समिति का गठन भी कर दिया है जो चुनाव की तैयारियां, प्रत्याशियों की खोज और टिकटों की आवंटन प्रक्रिया का काम देखेगी. आम आदमी पार्टी गुजरात के नेता किशोर पटेल चुनावी समिति के अध्यक्ष हैं जबकि पूर्व बीजेपी नेता कानू भाई कंसारिया इस समिति के सचिव हैं.
आम आदमी पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 'गुजरात की जनता का संकल्प, आप ही सही विकल्प' का नारा भी जारी किया है. हालांकि आम आदमी पार्टी गुजरात की सभी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि पार्टी का कहना है कि वह 3 तय मापदंडों के मुताबिक गुजरात की जिन सीटों पर संगठन मजबूत कर पाएगी सिर्फ उन्हीं सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी. ऐसे में साफ है कि राज्य में 2 दशक से सत्ताधारी बीजेपी को कांग्रेस के अलावा अब AAP से भी चुनौती मिल सकती है.
आशुतोष मिश्रा