हार्दिक की धमकी- मृतकों के परिवारों को मुआवजा नहीं मिला तो दूध-सब्जी की सप्लाई बंद

पटेल आरक्षण की आग में जल रहे गुजरात में हालात अभी तक सामान्य नहीं हुए हैं. अब तक हिंसा में 9 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि राज्य के कई हिस्सों में अभी तक कर्फ्यू जारी है.

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पटेल आरक्षण को लेकर हुई हिंसा में अब तक 9 की जान जा चुकी है पटेल आरक्षण को लेकर हुई हिंसा में अब तक 9 की जान जा चुकी है

aajtak.in

  • अहमदाबाद,
  • 27 अगस्त 2015,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST

पटेल आरक्षण की आग में जल रहे गुजरात में हालात अभी तक सामान्य नहीं हुए हैं. अब तक हिंसा में 9 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि राज्य के कई हिस्सों में अभी तक कर्फ्यू जारी है. गुरुवार को सूरत के दो इलाकों वारचा और कपुदरा से कर्फ्यू हटा लिया गया.

इस बीच पटेल नेता हार्दिक पटेल ने हिंसा में मारे गए सभी लोगों के परिजनों को 35-35 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने मुआवजा नहीं दिया तो दूध और सब्जी जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई रोक दी जाएगी और आगे की जिम्मेदारी सरकार और पुलिस की होगी.

हार्दिक ने कहा कि हम शांति बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने अब कुछ किया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने मुआवजा दिए बगैर सरकार से बात करने से भी इनकार कर दिया.

अहमदाबाद में गुरुवार को भी स्कूल बंद
राजधानी अहमदाबाद में गुरुवार को भी स्कूल बंद रहेंगे, जबकि दक्ष‍िणी गुजरात में नर्मदार यूनिवर्स‍िटी में भी नहीं खुलेगी. हालांकि अहमदाबाद में कॉलेज खुले रहेंगे. पुलिस ने कहा कि पटेल समुदाय की कल हुई बड़ी रैली के बाद भड़की हिंसा में राज्य में आठ लोग मारे जा चुके हैं.

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CM ने कहा, नहीं दिए लाठीचार्ज के आदेश
इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने आज इस बात से इनकार किया कि उनकी सरकार ने अहमदाबाद में एक रैली में प्रदर्शनकारियों पर लाठी भांजने का आदेश दिया था जिसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुए. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जीएमडीसी मैदान में लाठीचार्ज की घटना के मामले में जांच के आदेश दे दिये हैं. गुजरात के डीसीपी जांच कर रहे हैं. सरकार को रिपोर्ट का इंतजार है. सरकार ने लाठीचार्ज के लिए या अत्यधिक बल प्रयोग के लिए कोई आदेश नहीं दिया था.’ अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, राजकोट, जामनगर, पालनपुर, उंझा, विसनगर और पाटन शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

सेना की तैनाती
अहमदाबाद के जिला कलेक्टर राजकुमार बेनीवाल ने कहा, ‘पटेल समुदाय के आंदोलन की वजह से हिंसा भड़कने के बाद कानून व्यवस्था को नियंत्रण में करने के लिए अहमदाबाद शहर में सेना की पांच कंपनियां बुलाई गयी हैं.’ बेनीवाल ने कहा कि शहर के पांच रास्तों पर सेना फ्लैग-मार्च करेगी, जहां बड़ी संख्या में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. अहमदाबाद के अलावा सूरत और मेहसाणा में सेना की दो-दो कंपनियां तैनात की गयी हैं.

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पुलिस ने चलाई 23 राउंड गोली
पुलिस अधिकारी रतन सिंह ने कहा, ‘23 राउंड गोली चलाई गई. नीलेश पटेल नामक शख्स मारा गया.’ पुलिस ने कहा कि पालनपुर कस्बे के पास गढ़ गांव में एक थाने में आग लगाने की कोशिश कर रही भीड़ पर पुलिस की गोलीबारी में तीन लोग मारे गए.

थाने में घुसी उग्र भीड़
बनासकांठा के जिला कलेक्टर दिलीप राणा ने कहा, ‘दोपहर करीब एक बजे उग्र भीड़ गढ़ थाने में घुस आई और उसे जलाने का प्रयास किया. स्थानीय पुलिसकर्मियों ने अपने बचाव के लिए कुछ राउंड गोलियां चलाईं जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी. पालनपुर में किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार वस्त्रल इलाके में पुलिस गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गयी, वहीं शहर के घाटलोदिया इलाके में एक व्यक्ति का शव मिला.

नहीं सुनी PM की अपील
पुलिस के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता से शांति बनाये रखने की अपील के बावजूद पटेल समुदाय के सदस्यों ने आगजनी, पथराव किया और सरकारी तथा निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया.

CM ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने कहा, ‘लेकिन हमें सोचना चाहिए कि सेना बुलाने की जरूरत क्यों आन पड़ी. गुजरात जैसे आदर्श राज्य में, जो कि शांति प्रिय राज्य है, वहां हमें बाहर से ऐसे बंदोबस्त करने पड़ रहे हैं. इससे क्या धारणा बनेगी. इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर शांति बनाये रखने की अपील करती हूं.’

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रद्द हुई 12 ट्रेनें
अहमदाबाद-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस समेत कम से कम 12 ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं और 19 ट्रेनों के मार्ग बदल दिये गये हैं. पश्चिम रेलवे के पीआरओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि पांच और ट्रेनों को राज्य के बाहर से रास्ता बदलकर चलाया जा रहा है.

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