आतंकी संगठन आईएसआईएस के निशाने पर हरिद्वार में आयोजित होने वाला अर्धकुंभ मेला था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इसका खुलासा किया है. एनआईए के मुताबिक, आईएस के 6 संदिग्ध आतंकी अर्धकुंभ के दौरान हरिद्वार में आईईडी ब्लास्ट के जरिए दशहत फैलाना चाहता था.
कोर्ट में एनआईए का खुलासा
एनआईस इस आतंकी साजिश का खुलासा सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में किया. सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अदालत को बताया कि ISIS संदिग्ध गिरफ्तार आतंकियों ने खुलासा किया है कि वे आईईडी के जरिये अर्धकुंभ में धमाके करने की फिराक में थे, जो माचिस की तीली की तरह होता है. अदालत ने एनआईए की आरोप पत्र पर विचार के लिए 25 अगस्त की तारीख तय की है.
IS के 5 संदिग्ध आतंकी NIA के कब्जे में
एनआईए ने आरोप पत्र में अखलाकुर रहमान, मोहम्मद अजीमुशान, मोहम्मद मेराज, मोहम्मद ओसामा, मोहसिन इब्राहिम सैयद और यूसुफ अलहिंदी के खिलाफ आपराधिक साजिश और गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है. इस मामले में 5 आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि छठा आरोपी अलहिंदी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
खौफ फैलाना आतंकियों का मकसद
एएनआई ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में बताया है कि हरिद्वार अर्धकुंभ में हमले कर लोगों के जेहन में आईएस का डर बैठाना उनका मकसद था, ताकि पूरी दुनिया को ये संदेश जाए कि भारत में आईएस पांव पसारने लगा है. इसके लिए बाकायद भारतीय मुस्लिम युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का नापाक कोशिश भी की जा रही थी.
दिल्ली पुलिस ने की थी संदिग्धों की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 18 जनवरी को अखलाकुर रहमान, मोहम्मद अजीमुशान, मोहम्मद मेराज, मोहम्मद ओसामा और मोहसिन इब्राहिम सैयद को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ केस दर्ज किया था. लेकिन बाद गृह मंत्रालय के निर्देशों पर यह मामला एनआईए को सौंप दिया गया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तफ्तीश के दौरान आरोपियों को रुड़की और मुंबई से गिरफ्तार किया था.
वहीं एनआईए ने जनवरी महीने में हुए ISIS आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश मामले में मंगलवार को चार्जशीट दायर करने वाली है. इस चार्जशीट में मुद्दाबीर शेख और IS हैंडलर अरमार अलिअस यूसुफ का नाम शामिल है.
अमित कुमार दुबे / जितेंद्र बहादुर सिंह