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ओलंपिक में भारत

टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने की धुन, दो साल से घर नहीं गए जैवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह

उदय गुप्ता
  • चंदौली ,
  • 14 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 10:01 AM IST
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टोक्यो में हो रहे ओलंपिक खेल का काउंटडाउन शुरू हो गया है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे खिलाड़ियों और उनके परिजनों से मंगलवार की शाम बातचीत की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और उनके परिजनों को भी संबोधित किया. 

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इसी कड़ी में टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे चंदौली निवासी जैवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह के परिजनों से भी प्रधानमंत्री की बातचीत होनी थी लेकिन किसी कारणवश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवपाल सिंह के पिता रामाश्रय सिंह से बातचीत नहीं कर पाए.

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उधर शिवपाल सिंह के पिता और उनके गांव वालों का विश्वास है कि टोक्यो ओलंपिक में शिवपाल सिंह गोल्ड मेडल आएंगे और देश का नाम रोशन करेंगे. शिवपाल सिंह के पिता ने कहा की शिवपाल के अंदर गोल्ड मेडल पाने की धुन सवार है और यही वजह है कि वह पिछले 2 सालों से छुट्टी लेकर घर नहीं आए.

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शिवपाल सिंह उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के धानापुर ब्लॉक के अंतर्गत हिंगुटरगढ़ गांव के रहने वाले हैं. इनके पिता रामाश्रय सिंह पीएसी में कार्यरत हैं. जेवलिन थ्रो का खेल शिवपाल को विरासत में मिला है. इनके पिता रामाश्रय सिंह, चाचा शिवपूजन सिंह और जगमोहन सिंह खुद भी जैवलिन थ्रो के अच्छे खिलाड़ी रहे हैं.  

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शुरुआती पढ़ाई गांव में ही हुई. उसके बाद यह अपने चाचा के साथ बाहर चले गए. इसके बाद 18 साल की उम्र में स्पोर्ट्स कोटे से शिवपाल की नौकरी एयर फोर्स में लग गई. अब जब शिवपाल सिंह टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे हैं तो उनके पिता को इस बात का यकीन है कि वह गोल्ड मेडल जरूर ले आएंगे क्योंकि पिछले दो सालों से शिवपाल सिंह छुट्टी लेकर घर नहीं आए हैं ताकि वह ओलंपिक की तैयारी कर सकें.

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शिवपाल सिंह के टोक्यो ओलंपिक में जाने को लेकर न सिर्फ उनके पिता उत्साहित हैं. बल्कि उनके परिवार के अन्य सदस्य और गांव के लोग भी काफी खुश और उत्साहित हैं. लोगों को इस बात का यकीन है कि शिवपाल सिंह टोक्यो ओलंपिक में पदक जरूर लाएंगे और देश का नाम रोशन करेंगे.

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बताते चलें कि शिवपाल सिंह ने इससे पहले कई पदक जीत चुके हैं. शिवपाल ने दोहा में आयोजित एशियन गेम में गोल्ड मेडल हासिल किया. इसके बाद 2020 में चीन के वुहान में आयोजित वर्ल्ड मिलिट्री गेम्स में भी शिवपाल ने देश का नाम रोशन किया और गोल्ड मेडल हासिल किया. उन्होंने नेपाल में आयोजित प्रतियोगिता में भी सिल्वर मेडल हासिल किया था. शिवपाल सिंह की प्रतिभा को देखते हुए जनवरी 2021 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. शिवपाल सिंह के टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जाने को लेकर उनके परिजन भी काफी खुश हैं. वहीं दूसरी तरफ गांव के युवाओं में भी इस बात की उम्मीद जगी है कि अब गांव का भी कायाकल्प हो जाएगा.

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शिवपाल के चचेरे भाई विवेक सिंह मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि मेरे भैया ओलंपिक खेलने जा रहे हैं. पूरा गांव आस लगा कर बैठा है कि भैया गोल्ड मेडल जरूर ले आएंगे. सभी लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि वह गोल्ड मेडल लेकर आएं. मैं भी जैवलिन थ्रो करता हूं और मुझे भी उम्मीद बढ़ गई है. मैं भी भैया की तरह कुछ करना चाहता हूं.

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शिवपाल के गांव के एक युवक सोनू कुमार हमें बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि हमारा भाई एक छोटे से गांव से निकलकर उस लेवल तक पहुंचा है. हमारे गांव को ही नहीं बल्कि पूरे देश को शिवपाल पर गर्व है. हमारे गांव में एक स्टेडियम की कमी है और अब हमारे पूरे गांव का विकास हो जाएगा क्योंकि हमारा भाई हंड्रेड परसेंट गोल्ड मेडल लेकर आएगा.

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एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवपाल सहित देश के उन तमाम खिलाड़ियों का हौसलाआफजाई की है जो खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में भागीदारी करने जा रहे हैं. ऐसे में आजतक की भी यही शुभकामना है कि टोक्यो ओलंपिक में देश के खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और देश का नाम रोशन करें.

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